कांगो के उत्तरी किवु में 26 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन पर हमले में BSF के दो जवान शहीद हो गए थे। उनकी पहचान हेड कांस्टेबल शिशुपाल सिंह और सांवाला राम विश्नोई के रूप में हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UNSG) एंटोनियो गुटेरेस से बात की। टेलीफोन पर हुई बातचीत में दोनों नेताओं ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (MONUSCO) में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन पर हाल ही में हुए हमले पर चर्चा की। हमले में दो भारतीय शांति सैनिक शहीद हो गए थे।
पीएम ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा जनरल से इस हमले के अपराधियों को सजा दिलाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए शीघ्र जांच सुनिश्चित करने का आग्रह किया। PMO के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कांगो में हमले की त्वरित जांच के लिए हर संभव कार्रवाई का आश्वासन दिया।
कांगो के उत्तरी किवु में 26 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन पर हमले में BSF के दो जवान शहीद हो गए थे। उनकी पहचान हेड कांस्टेबल शिशुपाल सिंह और सांवाला राम विश्नोई के रूप में हुई थी। इस हमले में मोरक्को के एक शांति सैनिक की मौत हो गई थी।
हमले के कुछ घंटे बाद सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य भारत ने स्थिति पर चर्चा करने के लिए परिषद की बैठक बुलाई थी। एक दिन बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एक प्रेस बयान जारी कर हमले की कड़ी निंदा की थी। परिषद ने कांगो के अधिकारियों से हमले की तेजी से जांच करने को कहा था। इसके साथ ही अपराधियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करने का आह्वान किया गया था।
भारतीय शांति सैनिकों की मौत पर बोला अमेरिका, हिंसा की अनुमति नहीं
अमेरिका ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र कर्मियों पर हमले अंतरराष्ट्रीय कानून के विपरीत हैं। उसने इस तरह के हमलों की जांच के लिए कांगो सरकार की कोशिशों की सराहना की है। कांगो में 2 भारतीय शांति सैनिकों की मौत पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, हिंसा की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, शांतिपूर्ण विरोध समेत अभिव्यक्ति की आजादी की अनुमति तो दी जानी चाहिए लेकिन हिंसा की नहीं। बता दें, कांगों में संयुक्त राष्ट्र विरोधी हिंसक प्रदर्शनों में दो भारतीय शांति सैनिक मारे जा चुके हैं। अमेरिका मृतकों के परिजनों, दोस्तों व सहयोगियों के साथ-साथ कांगो में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन और यूएन के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है।