



राज्यपाल ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवानों को किया नमन,
शहीदों के परिजनों से मिले राज्यपाल और गृहमंत्री
संवेदना व्यक्त करते हुए सदैव साथ खड़े रहने का दिलाया विश्वास

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने पुलिस स्मृति दिवस परेड को संबोधित करते हुए पुलिस के शहीद वीर जवानों को नमन किया। उन्होंने कहा कि स्मृति दिवस अपना कर्तव्य निभाते हुए शहीद पुलिस जवानों के अदम्य साहस और पराक्रम का स्मरण कराता है। राज्यपाल सुश्री उइके ने भगवत गीता में उल्लेखित पुलिस के ध्येय वाक्य परित्राणाय साधुनाम के अर्थ को पुलिस द्वारा सार्थक बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि समय के साथ देश ने अपनी सामरिक क्षमता बढ़ाने में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। पुलिस के जवानों को बेहतर प्रशिक्षण और जरूरी सुविधाएं मिलने से उनका मनोबल बढ़ा है। देश की आंतरिक सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने निरंतर शांति व सौहार्द्र स्थापित करने में अपना योगदान दिया है। हमें ऐसी धारणा नहीं बनानी चाहिए कि पुलिस के जवान केवल आंतरिक क्षेत्रों में ही सेवाएं देंगे, यदि सीमा पर हमें जवानों की आवश्यकता होगी तो वे देश रक्षा के अपने कर्त्तव्य से विमुख नहीं होंगे।


तत्पश्चात् राज्यपाल और गृहमंत्री ने वर्ष 2022 के तीन अमर शहीदों आरक्षक अर्जुन कुड़ियम, सहायक आरक्षक गोपाल कड़ती और प्रधान आरक्षक सालिक राम मरकाम को भी श्रद्धांजलि दी। स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा ने श्रद्धांजलि उद्बोधन दिया।
शहीद परिजनों से मिले राज्यपाल और गृहमंत्री, संवेदना व्यक्त करते हुए सदैव साथ खड़े रहने का दिलाया विश्वास

इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव गृह श्री मनोज पिंगुआ, डी.जी. श्री संजय पिल्ले, ए.डी.जी.पी. श्री हिमांशु गुप्ता, श्री प्रदीप गुप्ता, श्री अरूणदेव गौतम, श्री पवनदेव, श्री एस.आर.पी. कल्लूरी, आई.जी. श्री आनंद छाबड़ा श्री ओ.पी. पॉल, श्री एस.सी. द्विवेदी, श्री संजीव शुक्ला उपस्थित थे।