




उन्होंने कहा कि यह पूर्वांचल एवं भोजपुरी समाज के लोगों का सबसे बड़ा पर्व है। इस पर्व में कोई भेद-भाव नहीं होता, न कोई राजा होता और न कही कोई रंक होता है। सबके प्रति समान भाव रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर्व में कठिन तपस्या के बाद सूर्य की उपासना की जाती है। वास्तव में सूर्य ऊर्जा का स्रोत होता है। सूर्य की उपासना के बाद हम सभी में ऊर्जा का संचार होता है। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय ने भी संबोधन दिया। कार्यक्रम में खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा, महापौर श्री एजाज ढेबर, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष श्री पंकज शर्मा सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।