दीपांशु जायसवाल मुंगेली 01 जनवरी 2019 से छत्तीसगढ़ सरकार ने सुराजी गांव योजना लागू की है। इसके तहत निर्मित गौठान से ग्रामीण अर्थव्यवस्था अब समृद्धि की ओर अग्रसर हो रहा है। ग्रामीणों एवं स्व सहायता समूह की महिलाओं के लिए गौठान अतिरिक्त आय का जरिया बन रहा है। गौठान में कार्यरत महिला स्वसहायता समूह मछली पालन, मुर्गीपालन, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, सब्जी उत्पादन, बकरीपालन जैसे विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधि के माध्यम से स्वालंबन की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा है कि ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार व स्वरोजगार के अवसर मिले, उनकी आय में वृद्धि हो तथा वे बेहतर जीवन यापन कर सके। मुख्यमंत्री श्री बघेल की इसी परिकल्पना को साकार करने के लिए राज्य शासन द्वारा सुराजी गांव योजना, गोधन न्याय योजना जैसे विभिन्न योजनाएं शुरू की गई है। जो अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में कारगर साबित हो रहा है।
इसी कड़ी में मुंगेली जिला प्रशासन भी सरकार की मंशा अनुरूप कार्य को गति देने में जुटे हुए हैं। जिले में अब तक 279 गौठान का निर्माण किया गया है तथा 204 गौठानों को मल्टी एक्टिविटी गौठान के रूप में विकसित किया गया है। जहां विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधि संचालित की जा रही है। 278 गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर क्रय का कार्य किया जा रहा है। खरीदे गए गोबर से महिला समूह द्वारा वर्मी कंपोस्ट खाद का निर्माण किया जा रहा है। इस योजना से जहां महिलाओं को रोजगार मिला है, तो वहीं जिले में किसान जैविक खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन अपने स्तर पर जन जागरण के माध्यम खेती में उसका लाभ व मिट्टी की उर्वरता को बचाये रखने की जानकारी भी आम लोगों को दी जा रही है। मुंगेली जिले में गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे गए गोबर से अब तक कुल 55428.07 क्विंटल उत्पादन किया जा चुका है। वहीं समितियों के माध्यम से अब तक 32560.79 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद किसानों को विक्रय किया जा चुका है।
इसी तरह गोधन न्याय योजना के तहत जिले के 06 गौठानो में गोमूत्र की भी खरीदी जा रही है। खरीदे गए गोमूत्र से महिला समूह द्वारा जैविक कीटनाशक का निर्माण किया जा रहा है। समूह की महिलाओं द्वारा अब तक 02 हजार 456 लीटर जैविक कीटनाशक का निर्माण किया गया है, तथा उसके विक्रय से समूह को 01 लाख रुपए से अधिक की आमदनी प्राप्त हुई है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए प्रत्येक विकासखंड के 02-02 गौठानो को महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। जिसमें स्थानीय उद्यमियों, युवाओं और महिलाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
मुंगेली विकासखंड के ग्राम लिम्हा के रीपा में डेयरी प्रोडक्ट का उत्पादन, संबलपुर के रीपा में सॉफ्ट टॉय का उत्पादन, पथरिया विकासखंड के ग्राम सिलतरा के रीपा में एलईडी बल्ब निर्माण, धरदेई के रीपा में आर. ओ. वाटर प्लांट से मिनरल वाटर उत्पादन, लोरमी विकासखंड के ग्राम सांवतपुर के रीपा में चैन लिंक फेंसिंग निर्माण और चंदली के रीपा में गोबर पेंट निर्माण कार्य शुरू किया जा चुका है। विगत चार सालों में राज्य सरकार द्वारा आमजनों के हित में अनेक निर्णय लिए गए हैं और कई योजनाएं संचालित की जा रही है, जिसका प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लाभ आमजनों को मिल रहा है। इससे सभी वर्गों में खुशहाली का माहौल है।