Home छत्तीसगढ़ कोटा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेसियों का जमावड़ा, चुनाव की तैयारी में जुटे...

कोटा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेसियों का जमावड़ा, चुनाव की तैयारी में जुटे नेता




IMG-20240704-WA0019
IMG-20220701-WA0004
WhatsApp-Image-2022-08-01-at-12.15.40-PM
1658178730682
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.50-PM
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.48-PM

कान्हा तिवारी

रतनपुर। बिलासपुर जिले के कांग्रेस नेताओं में विधानसभा चुनाव के लिए अभी से टिकट की होड़ मच गई है। कांग्रेस के गढ़ के रूप में पहचान बनाने वाली कोटा विधानसभा में इस बार कांग्रेस के शहरी नेताओं की सक्रियता बढ़ गई है। सोमवार को जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने अपने जन्मदिन के मौके पर मिट्ठू नवागांव में सांस्कृतिक कार्यक्रम और भोज का आयोजन कर शक्ति प्रदर्शन किया। जिसमें लगभग 20 से 25 हजार लोगों की मौजूदगी थी। तो वहीं, रतनपुर के नया बस स्टैंड के पास आजादी की पूर्व संध्या पर पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने भी एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन कर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
बताते चलें कि विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। सत्ताधारी दल कांग्रेस के नेता अपनी सीट पक्की करने की तैयारी में जुट गए हैं। बिलासपुर शहर में कांग्रेस के विधायक शैलेष पांडेय हैं। ऐसे में सीटिंग एमएलए की टिकट कटने की आशंका नहीं के बराबर है। यही कारण है कि शहर के कांग्रेस नेताओं की नजर सामान्य सीट बेलतरा और कोटा पर टिकी हुई है। लेकिन, बेलतरा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार प्रदीप शर्मा की सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस नेता वहां के बजाए कोटा विधानसभा में कुछ ज्यादा सक्रिय दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि कोटा कांग्रेस का गढ़ रहा है तो यहां से कोई भी दावेदार आसानी से चुनावी वैतरणी पार कर सकते हैं।

विजय केशरवानी की बर्थ डे पॉलिटिक्स
सोमवार यानि 14 अगस्त को आजादी की पूर्व संध्या थी। इस दिन कांग्रेस कमेटी के ग्रामीण जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी का जन्मदिन भी था। लिहाजा, उन्हें इससे अच्छा मौका नहीं मिल सकता। इसमें उन्होंने बाजी मार ली। बेलगहना क्षेत्र के मिट्‌ठू नवागांव स्कूल परिसर में सोमवार को पूरे दिन बर्थ डे पॉलिटिक्स का दौर चला। यहां भोज के बहाने जलसा का आयोजन हुआ। फिर शाम को छत्तीसगढ़ी गायिका आरू साहू का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का दौर शुरू हो गया। लोगों को खाना और मनोरंजन दोनों साथ-साथ मिल गया। जिसके चलते अच्छी खासी भीड़ जुट गई।

अपनी शुरुआती पढाई लिखाई कोटा और पेंड्रा से करने वाले कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने शक्ति प्रदर्शन कर अपनी बाजी मार ली और विरोधियों को अपनी ताकत भी दिखा दिया। दूसरी ओर, रतनपुर में सक्रिय रहे अटल श्रीवास्तव और अरूण चौहान आजादी की पूर्व संध्या पर कोटा विधानसभा क्षेत्र के ही रतनपुर में एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान सहित कांग्रेस नेता शामिल हुए। बताया जा रहा है कि यह आयोजन अटल श्रीवास्तव के समर्थकों ने कराया था

लोगों ने देशभक्ति गीतों का उठाया आनंद
राजनीतिक पार्टियों के आयोजन की वजह जो भी हो। लेकिन, दोनों ही कार्यक्रमों का लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया। मिट्‌ठू नवागांव में हजारों की संख्या में जुटी भीड़ ने भोजन के साथ चारू साहू के सांस्कृतिक कार्यक्रम का मजा लिया। वहीं, रतनपुर में देश भक्ति गीतों की सुमधुर प्रस्तुतिा का आनंद लेते रहे।

पहली बार रेणु जोगी ने दूसरे दल से जीता चुनाव
कोटा विधानसभा सीट कांग्रेस के लिए मजबूत गढ़ माना जाता है। यहां 1952 से लेकर लगातार 14 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सिवाए किसी दूसरी पार्टी यहां से खाता नहीं खोल पाई थी। लगातार तीन बार से विधायक रहीं रेणु जोगी ने कांग्रेस से बगावत कर अपने स्व. पति व पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से चुनाव लड़ी और जीत हासिल कर सारे रिकार्ड तोड़ दी। हालांकि, अब पूर्व मुख्यमंत्री जोगी के निधन के बाद बदले हुए समीकरण में यहां कांग्रेस के साथ ही भाजपा भी अपनी पैठ जमाने के लिए भरसक कोशिश कर रही है। बावजूद इसके कांग्रेस के लिए यह एक तरह से सुरक्षित सीट माना जा रहा है। यही वजह है कि शहर के कांग्रेस नेता यहां अपनी-अपनी दावेदारी के लिए ताल ठोंक रहे हैं।