लोरमी-संत तुलसी चौक सारधा एवं शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सारधा मे आयोजित संत तुलसीदास की 526वी जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद, साहित्यकार व कथावाचक डाक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमान्शु महाराज ने गोस्वामी संत तुलसीदास सार्वकालिक, सार्वभौमिक व समसामयिक कवि थे। उनकी बारह रचनाओ गीतावली, विनयपत्रिका,रामलला नहीं,पार्वती मंगल, जानकी मंगल, बरवै रामायण, हनुमान चालीसा मे से श्रीरामचरित मानस विश्ववन्द्य और कालजयी कृति है। भारतवर्ष मे श्री रामचरित मानस जन-जन का काव्य है।यहा के प्रत्येक निवासी अपनी दिनचर्या मे मानस की चौपाईयो का प्रयोग निरंतर करते ही रहते है।इस अवसर मानस मंदिर सारधा के जीर्णोद्धार हेतु अधिक से अधिक सहयोग की अपील करते हुए कार्यक्रम मे भाग लेने वाले सभी भक्तो को श्रीरामचरित मानस, हनुमान चालीसा व सुन्दरकाण्ड की प्रति डाक्टर तिवारी द्वारा प्रदान की गई। उक्त अवसर पर मानस समिति के वरिष्ठ सदस्य बुधराम चन्द्रसेन, टीकाराम, गजानन, गजानंद साहू, उमेदा साहू,बसंत चन्द्रसेन, गोकुलसिह, राजेन्द्र सिंह, उदेराम, बबलु सेन,जलशराम साहू,रूपराम, जयपाल सिंह, शिवगुलाम साहू,बराती साहू,नोहरी, ऋषि चन्द्रसेन, प्रदुम्नराम पटेल, नरसिंह राठौर, सावित्री साहू,सरिता साहु व कुन्ती साहू सहित सैकड़ो श्रद्धालुओ ने तुलसी जयन्ती के कार्यक्रम मे अपनी सहभागिता दी।