जाँजगीर चाँपा- ज़िले में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, प्रदेश कांग्रेस के संयुक्त सचिव इंजी. रवि पाण्डेय ने काग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को भेजे अपने पत्र में रवि पांडेय ने आरोप लगाते हुए लिखा है कि “मैं इंजी. रवि पाण्डेय वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में संयुक्त महासचिव के पद पर कार्यरत हूँ । मैं विगत 30 वर्षों से भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन, युवक कांग्रेस और मुख्य संगठन के माध्यम से हर परिस्थिति में पार्टी को अपनी सेवा दिया । विशेषकर पार्टी के डिजिटल सदस्यता अभियान में जाँजगीर- चाँपा ज़िले में 43 हज़ार सदस्य बनाकर प्रदेश में प्रथम स्थान पर एवं 2018 के शक्ति प्रोजेक्ट सदस्यता अभियान में जाँजगीर- चाँपा विधानसभा क्षेत्र में 10 हज़ार सदस्य जोड़कर प्रदेश में द्वितीय स्थान पर रहा । परंतु विगत कुछ महीनों से ख़ासकर विधानसभा चुनाव के समय और उसके बाद पार्टी के कई निर्णयों से मैं असहमत हूँ । महोदय अंतर्मन की असहमति के कारण मैं कांग्रेस पार्टी में कार्य करने में असमर्थ हूँ। इसलिए अपने वर्तमान पद के साथ साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से आज दिनांक 20.03.2024 को इस्तीफ़ा देता हूँ ।”
वैसे कुछ महीनों से जनचर्चा थी कि इंजी. रवि पाण्डेय कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ सकते हैं और आज उस चर्चा को विराम लग गया । इंजी. पाण्डेय कांग्रेस के क़द्दावर नेता रहे हैं और विधानसभा के विगत तीन चुनावों से मज़बूत दावेदार भी रहे हैं, विशेषकर विगत विधान सभा के चुनाव के पहले सदस्यता अभियान में प्रदेश में टॉप रहने के साथ साथ उनकी सक्रियता के चलते इंजी. पाण्डेय की टिकट पक्की मानी जा रही थी परंतु अंतिम समय में उनके नाम की जगह व्याश कश्यप के नाम पर पार्टी ने मुहर लगा दी ।
उसके बाद अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के समय पार्टी के द्वारा निमंत्रण स्वीकार नहीं करने पर इंजी. पाण्डेय ने पार्टी से पुनर्विचार करने का आग्रह किया था परंतु पार्टी अपने निर्णय पर क़ायम रही । वैसे निकट भविष्य में इंजी. पाण्डेय का अगला कदम क्या होगा यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन ज़िले में उनके भाजपा प्रवेश की अटकलें तेज हो गईं हैं। रवि पाण्डेय की छवि हमेशा शासन की योजनाओं का लोगों को लाभ दिलाने में तत्पर रहते हैं । इस वजह से इंजी. पाण्डेय की ज़िले में सहयोगियों और समर्थकों की लंबी फ़ेहरिस्त है ।