रतनपुर- सिद्ध पीठ महामाया देवी मंदिर रतनपुर के पावन प्रांगण में सनातन संस्कृति संरक्षणार्थ समस्त विप्र समाज छत्तीसगढ़ तथा सनातन धर्म प्रेमी भक्तों की ओर से श्री मां गायत्री जयंती, गंगा दशहरा के पावन पर्व में सनातन वैदिक परंपरा के प्रति आस्था एवं भारतीय संस्कारों के प्रति जागरूकता लाने हेतु स्वधर्म पालनपूर्वक समाज में सात्विकता सदाचार, संयम ,सद्भाव पूर्ण, परस्पर प्रेम, संवाद को बढ़ाने के लिए सप्तदिवसीय गायत्री जप आराधना तथा सहस्त्रार्चन के साथ संध्यावंदन प्रशिक्षण समारोह का भव्य आयोजन किया गया है। इस समारोह में यज्ञाचार्य आचार्य पंडित श्री झम्मन प्रसाद शास्त्री जी महाराज का पावन सानिध्य एवं दिव्य संदेश प्राप्त हो रहा है। इस पावन कार्यक्रम में प्रतिदिन प्रात 7 :00 से 8 :00 बजे तक संध्या उपासना जप का प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्धारित है । 9:00 से 12 :00 तक एवं 3:30 से 6:00 बजे तक पाठ जप आराधना के बाद सायं 6 :00 से 7 :00 बजे तक संध्या वंदन फिर क्षमा प्रार्थना स्तोत्र तथा सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ साथ-साथ प्रधान आरती पुष्पांजलि प्रार्थना स्तुति का एवं प्रसाद वितरण कार्यक्रम रखा गया है। कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु आचार्य श्री शास्त्री जी के साथ वैदिक विद्वान यहां पधारे हैं ।पंडित गीता द्विवेदी ,पूर्णानंद जी , सूर्य पाठक ,हिमांशु जी, रवि राम जी, कान्हा पाठक जी, प्रतिक जी, पंडित कामेश एवं पंडित विजय कार्यक्रम का समापन 17 जून को मां गायत्री देवी की विशेष पूजन आराधना पूर्वक सहस्त्रार्चन के साथ सम्पन्न होगा ।