घरों से मवेशी निकाल कर सड़कों में प्रदर्शन छलावा – हेमंत माला
अपनी ड्यूटी कर रही पुलिस के साथ विधायक द्वारा दुर्व्यवहार निंदनीय – तेजराम साहू
विधायक ओंकार साहू के नेतृत्व में कांग्रेस का गौ सत्याग्रह महज एक छलावा है। नगर पंचायत आमदी में कांग्रेस के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के आमदी मंडल के प्रभारी एवं जिला उपाध्यक्ष कविंद्र जैन ने कहा कि कांग्रेस सरकार में हजारों करोड़ का गोठान घोटाला अभी जांच के घेरे में है। प्रदेश भर के गोठानो में अनेक अनियमितताएं पाई गई है। गोठान में मवेशियों की देखभाल करने की बजाय कांग्रेसियों ने उसे भ्रष्टाचार का चारागाह बनाया हुआ था। भूपेश सरकार में गौ तस्करी अपने चरम पर थी। ऐसे लोगों के द्वारा गौ सत्याग्रह किया जाना हास्यास्पद है। छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार की गौ अभ्यारण योजना गौधन के संरक्षण और गौ सेवा के उद्देश्य से एक अभिनव योजना है जिसका क्रियान्वयन पशुधन, राजस्व एवं वन विभाग की संयुक्त भागीदारी से शुरू होने जा रही है। जिसका लाभ न सिर्फ प्रदेश के किसानों, पशुपालकों को मिलेगा अपितु इससे रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे और प्रदेश की सड़कों को आवारा पशुओं से मुक्त करने में भी सफलता मिलेगी। आमदी नगर पंचायत अध्यक्ष ने दावा किया कि नगर पंचायत क्षेत्र मे सड़कों को आवारा पशुओं से मुक्त कराने विशेष अभियान चलाया जाता रहा है जिसके फलस्वरूप यहां ऐसी कोई समस्या नही है। विधायक के नेतृत्व में कांग्रेसी घरों से पालतू मवेशियों को निकाल कर प्रदर्शन का छलावा कर रहे। कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों को धमतरी नगर निगम के सामने प्रदर्शन करना चाहिए क्योंकि निगम क्षेत्र में महापौर की निष्क्रियता और उदासीनता के चलते अनेक दुर्घटनाएं हो चुकी है परंतु कांग्रेस के लोगों में इतना नैतिक साहस नही है कि अपने ही महापौर की खामियों के खिलाफ आवाज उठा सके। कांग्रेसियों के इस प्रदर्शन को उन्होंने जनता के साथ मजाक बताया। नगर पंचायत उपाध्यक्ष तेजराम साहू एवं समस्त भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस के इस प्रदर्शन को नौटंकी बताया और केवल खबरों में बने रहने के लिए किया गया ढोंग बताया। उन्होंने विधायक सहित कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाया कि उनके द्वारा पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया जबकि वो अपनी ड्यूटी कर रहे थे। उन्होंने विधायक द्वारा बैरिकेड्स तोड़ने, उपद्रव करने और पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने जैसे कार्य की निंदा की और उपद्रवियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करने की मांग की।