इंदौर
पुलिसवालों पर रौब झाड़ कर लेनदेन का मसला सुलझाना ‘टीआई’ साहब को महंगा पड़ गया। एसआई ने उसकी लू उतार दी और हवालात में बैठा दिया। उसका मोबाइल जब्त कर लिया। जिसमें फोटो और शिकायती आवेदन मिले हैं। वह कईं लोगों को धमका कर वसूली कर चुका है। पुलिस उससे परेशान लोगों की जानकारी जुटा रही है।
वाकया तुकोगंज थाने का है। पकड़े गए व्यक्ति का नाम हरीश शर्मा निवासी इठालिया (तलेन) है। वह खुद को टीआई बताकर प्रधान आरक्षक अवधेश शर्मा और सिपाही कप्तान पर रौब झाड़ रहा था। उस वक्त एसआई जयदीप राठौर ड्यूटी अधिकारी के रूप में बैठे हुए थे। एसआई राठौर को हरीश की बातों पर शक हुआ। पूछताछ करने पर हरीश ने कहा- वह तलेन, राजगढ़ में एसआई रहा है। बाद में मेरा प्रमोशन हो गया और मैं टीआई बन गया। एसआई राठौर ने उसके फोन से तलेन थाने पर कॉल किया तो हरीश को पहचानने से इंकार कर दिया।
हरीश गुमराह करने लगा और कहा- बीएनपी (देवास) में रहा है। फंसता देख हरीश माफी मांगने लगा और कहा- उसने 2006 में पुलिस भर्ती परीक्षा में भाग लिया था। उसने झूठ बोला था। एसआई ने उसे हवालात में बंद कर दिया। उसके मोबाइल की छानबीन की तो पुलिस की वर्दी में फोटो मिले। वर्दी पर लगी नेम प्लेट पर आरएम शर्मा लिखा हुआ है। उसके मोबाइल में देपालपुर थाने में दिए गए शिकायती आवेदन भी मिले हैं। शक है वह लंबे समय से पुलिस अफसर बन ठगी कर रहा है।
बिचौलिया बन आरोपित-फरियादी से कमीशन ले रहा था ‘टीआई’
टीआई तहजीब काजी के मुताबिक पुलिस नीमच निवासी संदीप के शिकायती आवेदन की जांच कर रही थी। संदीप ने देपालपुर निवासी शानू के खिलाफ शिकायत की थी। हरीश ने पहले संदीप की तरफ से शानू को कॉल कर धमकाया। शानू नेताओं से जुड़ा है। उसने कहा- जो होगा थाने पर निपट लूंगा। शाम को हरीश तुकोगंज थाने आ गया और रिसेप्शन पर बैठे प्रधान आरक्षक व आरक्षक से धमकाने वाले अंदाज में बोला- तुम्हारा टीआई कहां है। पुलिसकर्मी समझे कोई बड़ा अधिकारी है। उन्होंने सम्मान से सिर झुकाया और कहा- साहब अभी नहीं हैं। एसआई राठौर उसकी बातें सुनकर चौंक गए। जैसे ही पूछताछ की हरीश घबराते हुए जवाब देने लगा।