Home छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ : आज से कहर बरपाएगा सूर्य, यूं समझे ‘नौतपा’ का गणित

छत्तीसगढ़ : आज से कहर बरपाएगा सूर्य, यूं समझे ‘नौतपा’ का गणित




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सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ आज नौतपा शुरू हो जाएगा। रोहिणी नक्षत्र आज से शुरू होकर आठ जून तक रहेगा। ऐसी मान्यता है कि रोहिणी नक्षत्र जब लगता है तो सूरज के तेवर प्रचंड हो जाते हैं और धरती का तापमान तेजी से बढ़ने लगता है। पंडित नारायण प्रसाद मिश्रा ने बताया कि नौतपा इस साल आज शाम 7.53 पर सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ शुरू हो जाएगा।

इस दौरान सूर्य मंगल बुध का शनि से समसप्तक योग होने से भी धरती के तापमान में इजाफा होता है। साल में एक बार रोहिणी नक्षत्र की दृष्टि सूर्य पर पड़ती है। यह नक्षत्र 15 दिन रहता है लेकिन शुरू के पहले चंद्रमा जिन नौ नक्षत्रों पर रहता है वह दिन नौतपा कहलाते हैं।

इसके कारण इन दिनों में गर्मी अधिक रहती है। मई के आखिरी सप्ताह में सूर्य और पृथ्वी के बीच दूरी कम हो जाती है और इससे धूप और तेज हो जाती हैं। नौतपा के दौरान पड़ने वाली गर्मी के प्रभाव से मानसून में अच्छी बारिश होगी।

यूं समझे नौतपा का गणित

पंडित नारायण प्रसाद मिश्रा के अनुसार जेष्ठ माह में सूर्य के वृष राशि के 10 अंश से 23 अंश 40 कला तक नौतपा कहलाता है। इस दौरान तेज गर्मी रहने पर बारिश के अच्छे योग और कम तपन पर बारिश में कमी दर्शाती है। नौतपा के बारे में कहते हैं कि जेष्ठ शुक्ल पक्ष में आद्रा नक्षत्र से लेकर 10 नक्षत्रों तक यदि बारिश हो तो वर्षा ऋतु में इन दसों नक्षत्रों में बारिश नहीं होती। यदि इन्हीं नक्षत्रों में तीव्र गर्मी पड़े तो बारिश अच्छी होती है।

भारतीय ज्योतिष में नौतपा को इस तरह परिभाषित किया है कि चंद्रमा जब जेष्ठ शुक्ल पक्ष में से स्वाती नक्षत्र तक अपनी स्थितियों में हो एवं तीव्र गर्मी पड़े तो वह नौतपा है। रोहिणी के दौरान अगर बारिश हो जाती है तो इसे रोहिणी नक्षत्र का गलना भी कहा जाता है

सूर्य पर रोहिणी नक्षत्र का असर

सूर्य तेज और प्रताप का प्रतीक है जबकि चंद्रमा शीतलता का। रोहिणी नक्षत्र का मुख्य रूप से अधिपति ग्रह चंद्रमा ही हैं तो सूर्य जब चंद्रमा के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो सूर्य इस नक्षत्र को अपने प्रभाव में ले लेता है। इससे रोहिणी नक्षत्र का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। सूर्य के इस नक्षत्र में आने से तापमान बढ़ जाता है और इस कारण धरती पर आंधी तूफान आने की आशंका बढ़ जाती है।

22 जून को आद्रा नक्षत्र से देश भर में छाएगा मानसून

पंडित नारायण प्रसाद मिश्रा के अनुसार सूर्य जब आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है तो इसे मानसून की शुरुआत माना जाता है। इस साल 22 जून को शाम 5 बजकर 17 मिनट पर सूर्य आद्रा नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है। इस दिन से देश के हर इलाके में मानसून सक्रिय हो जाएगा। साथ ही इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र है और विष कुंभ योग का संयोग भी बन रहा है। यह संयोग असामान्य वर्षा का संकेत दे रहा है।

इस साल नौतपा में अलग-अलग दिन पड़ने वाले ऊर्जा प्रधान नक्षत्रों के प्रभाव से तेज गर्मी पड़ने की संभावना है। चूंकि आज ही चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र भी है, इसलिए इस बार रिकार्ड गर्मी पड़ेगी। पंडित नारायण प्रसाद मिश्रा के अनुसार यदि नौतपा के नौ दिनों तक तेज गर्मी पड़ती है तो आगामी मानसून में अच्छी बारिश होती है और यदि नौतपा के दौरान बारिश हो तो मानसून कमजोर रहता है। इस साल करीब 55 दिनों तक अच्छी बारिश होने का संकेत है।

इन नक्षत्रों के प्रभाव से पड़ेगी तेज गमी

श्रवण नक्षत्र, धनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद, रेवती नक्षत्र, अश्विनी नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृतिका नक्षत्र के प्रभाव से नौतपा में प्रतिदिन सूर्य की तपिश बढ़ती चली जाएगी।

तारीख नक्षत्र प्रभाव

25 मई श्रवण नक्षत्र तेज हवा, उमस रहेगी

26 मई धनिष्ठा नक्षत्र तीव्र गर्मी पड़ेगी, तेज धूप, लू चलेगी

27 मई शतभिषा नक्षत्र प्रचंड गर्मी रहेगी।

28 मई पूर्वा भाद्रपद सायंकालीन तेज हवा चलेगी।

29 मई उत्तरा भाद्रपद सायंकालीन तेज हवा और भयंकर गर्मी, दिनभर तेज धूप

30 मई रेवती नक्षत्र सुबह से तेज धूप और गर्मी

31 मई अश्विनी नक्षत्र उमस रहेग

01 जून भरणी नक्षत्र तीव्र गर्मी

02 जून कृतिका नक्षत्र प्रचंड गर्मी, दिनभर उमस व तेज धूप