Home स्वास्थ तंबाकू प्रेमी इसलिए चाहकर भी छोड़ नहीं पाते इसे

तंबाकू प्रेमी इसलिए चाहकर भी छोड़ नहीं पाते इसे




IMG-20240704-WA0019
IMG-20220701-WA0004
WhatsApp-Image-2022-08-01-at-12.15.40-PM
1658178730682
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.50-PM
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.48-PM

निकोटिन तम्बाकू में पाया जाने वाला एक ड्रग है। भारत में इसे कई रूपों में इस्तेमाल किया जाता है जैसे सिगरेट, बीड़ी, हुक्का और गुटका। निकोटीन ऐसा ड्रग है जिसकी बहुत जल्द लत लग जाती है।

तंबाकू में काफी नशा होता है और अक्सर इसका सेवन करने वाले लोग चाहकर भी इसे छोड़ नहीं पाते। तंबाकू के पौधे, निकोटियाना टोबेकम से निकाला जाता है। इस पौधे के पत्ते सुखाए जाते हैं और दूसरी चीज़ों के साथ मिलाकर बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, ज़र्दा और दूसरे रूप में तैयार किया जाता हैं। तंबाकू चबाने या धूम्रपान करने से निकोटीन और अन्य करीब 4000 रसायन निकलते हैं। डोपामीन नाम का रसायन रिलीज़ होता है। जिससे सेवन की इच्छा बढ़ जाती है।

हेल्थ के लिए हानिकारक

  1. निकोटीन शरीर में एड्रीनेलीन नाम का हॉरमोन निकलता है जो शरीर के तापमान, धड़कन और ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है।
  2. निकोटिन चाह से हाथ पांव का कांपना, पसीना आना, जी मचलना, आंतों में दर्द होना, लगातार सिर दर्द बना रहना, गले में इंफेक्श होना, अनिद्रा की समस्या होना, डर लगना, एकाग्र क्षमता प्रभावित होना, डिप्रेशन होना, असंवेदनशीलता का बढ़ना, वजन बढ़ जाने की समस्या हो जाती है।
  3. अस्थमा और आर्ट हटैक का खतरा बना रहता है।
  4. भूख कम होती जाती है। शरीर में कमजोरी और जल्दी थकान महसूस होती है।