कांग्रेस ने पिछले छह माह के दौरान देश में 24 हजार से ज्यादा बच्चियों के साथ दुष्कर्म की वारदातों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार को बताना चाहिए कि इस अपराध को नियंत्रित करने में वह असफल क्यों रही है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि मोदी सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला साबित हो गया है और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारें बच्चियों के प्रति होने वाली दुराचार की घटनाओं को रोकने में असफल हो रही है।
उन्होंने कहा कि बच्चियों के साथ दुराचार की बढ़ती घटनाओं को लेकर असंवेदनशील भाजपा सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है इसलिए देश की सर्वोच्च अदालत ने इस मुद्दे को स्वत: संज्ञान में लिया है। न्यायालय द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार इस साल एक जनवरी से 30 जून तक 24 हजार 212 बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं। इनमें से सिर्फ 911 मामलों यानी महज चार फीसदी मामलों का निपटारा हुआ है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में बच्चियों के साथ इस दौरान सबसे ज्यादा दुराचार की घटनाएं हुई हैं। राज्य में इस अवधि में 3457 प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं और इनमें से सिर्फ 22 मामलों का निपटान हुआ जो कुल प्राथमिकी का तीन प्रतिशत से भी कम है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने बेटी बचाओं कार्यक्रम के तहत प्रति बच्ची पर पांच पैसा खर्च किया है। केंद्र तथा उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार महिलाओं तथा बच्चों के साथ होने वाले अपराधों को लेकर मौन साधे हुए है।