कश्मीर एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। इसकी वजह मोदी सरकार का वो आदेश है जिसके तहत 10 हजार जवानों की कश्मीर में तैनाती का आदेश दिया गया है। ये आदेश गृहमंत्री अमित शाह ने एनएसए अजीत डोभाल के दौरे के बाद दिया है। आदेश के बाद से ही वहां की सियासत में हड़कंप मच गया है और तरह-तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं। हालांकि अब पहली बार वहां 10 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती करने की असली वजह सामने आ गई है।
आदेश आते ही शुरू हो थी कयासबाजी
हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कश्मीर का दौरा किया था। जैसे ही वो दौरा खत्म कर दिल्ली पहुंचे, अमित शाह ने वहां 10 हजार और जवान भेजने का आदेश दे दिया था। इसके बाद ही हड़कंप मच गया था। महबूबा मुफ्ती ने इसको 35ए हटाने से पहले की तैयारी करार दिया था। वहीं अवामी नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष मुजफ्फर अहमद शाह ने अनुच्छे 370 हटाने के लिए तैनाती करार दिया था।
सामने आई अतिरिक्त जवानों की तैनाती की असली वजह
अमित शाह के इस फैसले की असली वजह अब सामने आई है। असल में जब डोभाल कश्मीर का दौरा करके वापस आए तो उन्होंने रिपोर्ट दी कि वहां पाकिस्तान में प्रशिक्षित आतंकवादी बड़ा आतंकी हमला करने की फिराक में है। रिपोर्ट मिलते ही गृह मंत्रालय ने फौरन एक्शन लिया और ये आदेश जारी कर दिया ताकि घाटी की सुरक्षा को और बेहतर बनाया जा सके।