भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय द्वारा 64 शहरों के लिए 5595 बसों की स्वीकृति प्रदान की गई है। यह निर्णय जन परिवहन के स्वच्छ विकल्प उपलब्ध कराने हेतु फ़ेम इंडिया स्कीम के दूसरे चरण के अंतर्गत किया गया है। भारी उद्योग विभाग द्वारा स्मार्ट सिटी में चयनित शहरों, ऐसे शहर जिनकी जनसंख्या 10 लाख से अधिक हो, राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियों से परिचालन लागत पर बस चलाने के प्रस्ताव आमंत्रित किए गये थे। इसके जवाब में 26 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से 86 प्रस्ताव आये जिसमंं 14988 बसों की माँग प्राप्त हुई। इन प्रस्तावों के मूल्याँकन के पश्चात् 64 शहरों के लिए 5095 बसों की, 400 बसें इंटर सिटी के लिये तथा दिल्ली मेट्रो की शटल सर्विस के लिए 100 इलेक्ट्रिक बसों की स्वीकृति दी गई।
इसी के तहत ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा 40 इलेक्ट्रिक बसों के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली है। इस योजना के तहत चयनित शहर अब समयबद्ध प्रणाली अपनाते हुए इन बसों का क्रय करेंगे । ग़ौरतलब है फ़ेम इंडिया स्कीम के द्वितीय चरण में निर्धारित लोकल व तकनीकी मापदंडों की पूर्ति होने पर ही ये शहर फ़ंडिंग के लिए पात्र होंगे। गौरतलब है कि इस योजना के प्रथम चरण में मध्यप्रदेश से इंदौर का प्रस्ताव का केवल चयन हुआ था। जबकि दूसरी बार मांगे गये प्रस्ताव में ग्वालियर के प्रस्ताव को भी स्वीकृति मिल गई है।32 सीटर होगी बसें: तेजस्वी
ग्वालियर के इस योजना के चयन के बाद स्मार्ट सिटी सीईओ महीप तेजस्वी नें जानकारी देते हुये बताया कि शहर को एक स्वच्छ जन परिवहन उपलब्ध कराने में ये बसें अहम भूमिका निभाएँगी। साथ ही शहर में लास्ट माइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित कर जन साधारण को लाभान्वित करेंगी। इसे योजना के तहत चलने वाली सभी बसें 32 सीटर होगी और बसो को चार्ज करने के लिये चार्जिंग स्टेशन भी बनाया जायेगा।