दिल्ली विधानसभा ने गुरुवार को विध्वंस किए गए संत रविदास मंदिर के राष्ट्रीय राजधानी में पुनर्निर्माण के लिए केंद्र से भूमि आवंटित किए जाने के लिए एक अध्यादेश की मांग करते हुए एक प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आप विधायकों ने भाजपा व केंद्र को विध्वंस के लिए जिम्मेदार ठहराया। भाजपा विधायकों ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
आप विधायकों ने प्रस्ताव को पेश करते हुए कहा कि सदन लाखों भारतीयों की भावनाओं को साझा करता है, जिनकी भावनाएं ‘दिल्ली में संत रविदास मंदिर के विध्वंस के कारण बेहद आहत हुईं हैं।’
मंदिर को ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण बताते हुए प्रस्ताव में कहा गया कि मंदिर को तोड़े जाने से न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, बल्कि दलित संघर्ष के इतिहास को नुकसान पहुंचा है।
प्रस्ताव में कहा गया, ‘सदन का मत है कि केंद्र सरकार ने इस मुद्दे को अदालत में सही तरीके से नहीं संभाला, जिसके कारण इसका अनुचित व दुर्भाग्यपूर्ण विध्वंस हुआ।’
इसमें लाखों लोगों की भावनाओं से केंद्र सरकार को अवगत कराने प्रस्ताव है और केंद्र सरकार से तत्काल एक अध्यादेश लाकर उक्त भूमि को रविदास मंदिर के लिए आवंटित करने की मांग की गई है।
विधानसभा ने यह भी कहा कि केंद्र द्वारा जमीन दिए जाने के बाद दिल्ली सरकार को उस पर एक भव्य रविदात मंदिर बनाना चाहिए।