Home समाचार 10 दिनों में हुआ इतने रुपये का इजाफा, प्याज के बढ़ते दाम...

10 दिनों में हुआ इतने रुपये का इजाफा, प्याज के बढ़ते दाम ने निकाले लोगो के आंसू…




IMG-20240704-WA0019
IMG-20220701-WA0004
WhatsApp-Image-2022-08-01-at-12.15.40-PM
1658178730682
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.50-PM
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.48-PM

प्याज के प्रमुख उत्पादक प्रदेशों में हुई भारी बारिश के कारण फसल बेकार होने की संभावना से प्याज के दाम में तेजी देखी जा रही है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में पिछले 10 दिनों में प्याज के दाम में 10 रुपये प्रति किलो का इजाफा हो गया है। आजादपुर मंडी के कारोबारी व अनियन मर्चेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजेंद्र शर्मा ने बताया कि हालिया बारिश से प्याज की नयी फसल बेकार होने की संभावना है व बारिश के कारण पिछले दिनों प्याज की आवक भी कम होने लगी थी जिसके कारण दाम में इजाफा हुआ है।

उन्होंने बताया कि बहरहाल राजस्थान व मध्यप्रदेश से प्याज की आवक ज्यादा हो रही है जहां पिछले दिनों बारिश होने से आवक प्रभावित रही मगर अब आवक सुधर गई है, लेकिन आने वाले दिनों में प्याज के दाम में व बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि महाराष्ट्र व दक्षिण भारतीय राज्यों में फसल बेकार होने की संभावना है।

आजादपुर मंडी में प्याज का थोक भाव 10 रुपये से 25 रुपये प्रति किलो है, मगर देश की राजधानी व एनसीआर के विभिन्न इलाकों में खुदरा सब्जी विक्रेता 30 रुपये से 50 रुपये प्रति किलो प्याज बेचते हैं। थोक व खुदरा भाव में इतना बड़ा अंतर के बारे में पूछे जाने पर एक सब्जी विक्रेता ने बोला कि मंडी से सब्जी लाने का खर्च व फिर उसमें बेकार प्याज निकलने से होने वाले नुकसान को भी देखना पड़ता है। शर्मा ने बताया कि आजादपुर मंडी में पिछले दो दिनों से 100 ट्रक प्याज की आवक हो रही है जोकि तकरीबन 2200 टन के आसपास होता है।

हालांकि आजादपुर मंडी एग्री प्रोड्यूस मार्केटिंग कमेटी (एपीएमसी) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को मंडी में 1,619.8 टन प्याज की आवक थी, जिसमें राजस्थान से 672.2 टन, मध्यप्रदेश से 649.3 टन व महाराष्ट्र से 298.3 टन की आवक रही। एपीएमसी के अनुसार, शुक्रवार को मंडी में प्याज का थोक भाव 10-22.50 रुपये प्रति किलो था। एपीएमसी के एक ऑफिसर ने बताया कि पिछले दिनों मंडी में प्याज की आवक कम रहने के कारण दाम में इजाफा हुआ है लेकिन अब फिर आवक सुधर रही है व कीमतों में गिरावट आ सकती है।