भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए चुनाव का ऐलान किया है। नड्डा के मुताबिक इस साल दिसंबर तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। इसके साथ यह सवाल एक बार फिर सबके सामने आने लगा है कि पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा।
भाजपा के संविधान के अनुसार नए पार्टी अध्यक्ष का चुनाव या नियुक्ति देशभर के सभी राज्यों के पचास प्रतिशत में सगंठन के चुनाव होने के बाद ही हो सकता है। 2019 के लोकसभा चुनाव के चलते सितंबर 2018 में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने बैठक में तय किया था कि लोकसभा चुनाव तक नए अध्यक्ष की नियुक्ति को स्थगित किया जाए।
लोकसभा चुनाव के बाद अमित शाह ने केंद्रीय गृहमंत्री के रुप में शपथ लिया तो जेपी नड्डा को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। अभी गृहमंत्री होने के साथ साथ अमित शाह भाजपा के अध्यक्ष भी हैं। गुरुवार को नए अध्यक्ष के चुनाव के ऐलान के बाद नए नामों पर आशंकाओं का दौर जारी है।
भाजपा के नए अध्यक्ष के चुनाव में खुद जेपी नड्डा हो सकते हैं। नड्डा हिमाचल के ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। उनपर भाजपा शीर्ष नेतृत्व को काफी विश्वास है और शाह के करीबी भी हैं। इसके अलावा उनका जुड़ा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी रहा है और उनकी छवि साफ-सुधरी मानी जाती है। मोदी सरकार-1 में उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहे, इसके अलावा भाजपा की संसदीय बोर्ड के सदस्य भी रहे।
भाजपा अध्यक्ष को लेकर एक और नाम जो बार बार सामने आता रहा है वह हैं भूपेंद्र यादव। भूपेंद्र यादव भाजपा के संगठन में कई अहम जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं। वह अभी राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं। यादव संगठन में राष्ट्रीय महासचिव के पद की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं। भूपेंद्र यादव गुजरात में भी अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसके अलावा वह राजस्थान की पू्र्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नजदीकी के तौर पर भी देखा जाता है।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नाम पर भी कई बार चर्चा होती रही है। गडकरी अभी मोदी सरकार केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री के रुप में जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनके पास भी पार्टी की कई जिम्मेदारियों को संभालने का अनुभव है। इसके अलावा उनका आरएसएस से भी जुड़ाव रहा है।