देश-दुनिया में अक्सर ऐसी कई चीजें सामने आती हैं जो हैरान कर देती हैं और आपको सोचने पर मजबूर कर देती हैं। खासतौर से दुनिया में व्याप्त अन्धविश्वास कई बार इंसानियत को शर्मसार करने वाले होते हैं। जी हाँ, हमारे देश में भी ऐसे कई अन्धविश्वास हैं जिनको जानकर सिर शर्म से झुक जाता है। आज हम आपको ऐसी ही एक अनोखी प्रथा के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर गांव वाले मिलकर लड़की के कपड़े उतारते हैं। यह रिवाज इंसानियत को शर्मसारकरते हैं।
ऐसा तब किया जाता है जब लड़की के बालों में लट पड़ जाए। गरीब परिवारों में साबुन से न नहाने या गंदगी में रहने की वजह से ऐसा हो जाता है, तो प्रथा के अनुसार उस लड़की को देवता को समर्पित करना होता है। एक आयोजन के बाद बच्ची को मंदिर में समर्पित कर दिया जाता है, जहां पांच लोग मिलकर उसके कपड़े उतारते हैं। उसके बाद जिंदगी भर उस लड़की की शादी नहीं होती। वो मंदिरों में ही रहती हैं। इन लड़कियों को सार्वजनिक संपत्ति माना जाता है।
इन लड़कियों को देवदासी कहा जाता है। लेकिन समय गुजरते गुजरते बड़ी संख्या में देवदासियां अंत में वेश्यालयों में पहुंच जाती है। कर्नाटक के मंदिरों में प्रदेश सरकार के अनुसार कुल 9,733 देवदासियां हैं। मुंबई में उन्होंने अपने कपड़े उतारकर विरोध प्रदर्शन भी किया था।