भाग दौड़ वाली जिंदगी में आदमी दो वक़्त की रोटी के लिए मोहताज है और इसीलिए शायद आज आदमी दो वक़्त की रोटी के लिए ही इतना मेहनत करता है। आजकल तो रेस्त्रां और कैफे में खाना तो स्वादिष्ट मिलता ही है, साथ में इंटीरियर डिजाइनिंग भी बेहतरीन होती है और उससे भी बेहतरीन बिल आता है।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसे अतरंगे कैफे के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां खाने के बदले में पैसे नहीं लिए जाते अबिंकापुर नगर निगम के कमिश्नर मनोज सिंह और उनकी बेटी कामयानी ने एक ऐसा कैफे खोला है, जिसमे 1 किलोग्राम प्लास्टिक देने पर खाना मुफ्त में मिलेगा।
वहीं 1.5 किलो प्लास्टिक देने वाले व्यक्ति को सुबह का नाश्ता भी दिया जाएगा। इस कैफे का मकसद ज्यादा से ज्यादा प्लास्टिक इक्ट्ठा करना है। इन प्लास्टिक का इस्तेमाल रोड़ बनाने के लिए किया जाएगा। इस कैफे का नाम ‘गार्बेज कैफे’ है।