ऐसे पल जीने का मौका सबको नहीं मिलता। सबको इतिहास बनते देखने का मौका नहीं मिलता। इसलिए हम खुशनसीब हैं जो उस लम्हे को जी पाएंगे जब अपना भारत चांद पर कामयाबी का मजबूत कदम, ‘चुपचाप’ रख देगा। आज देर रात ‘विक्रम’ पर सवार सवा अरब ख्वाब चंद्रमा की पथरीली धरती पर सपनीले रास्तों की बुनियाद रखेंगे। छह चक्कों वाला ‘प्रज्ञान’ जब ‘विक्रम’ से विदा लेकर अपना रास्ता तय करने चांद की धरती छू लेगा तो समझिए कि हम उस कतार में आ गए जहां दुनिया में चुनिंदा देश शामिल हैं।
आपकी पसंदीदा वेबसाइट पर ‘चंद्रविजय’ की खास कवरेज लगातार जारी है। चंद्रयान-2 लॉन्च से लेकर अब तक का सफर हो या प्रज्ञान और विक्रम के नामकरण का किस्सा या आगे मिशन चंद्रयान में क्या होने वाला….हर जानकारी आपको हमारी साइट पर पढ़ने को मिलेगी।