भाजपा से निष्कासन के बाद बौखलाए मंतूराम पवार ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि रमन को ही पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए। जब तक उनका नेतृत्व रहेगा, तब तक छत्तीसगढ़ में भाजपा सत्ता में नहीं आ सकती। मंतूराम का यह भी कहना है कि उन्हें तो भाजपा से बाहर कर दिया गया है, लेकिन जो लोग पार्टी की छवि खराब कर रहे हैं, उन्हें वे कटघरे में जरूर खड़ा करेंगे।
मंतूराम ने बातचीत में कहा कि रमन सिंह दादागिरी करके भाजपा को नरक में डाल रहे हैं। रमन ने अंतागढ़ उपचुनाव 2014 में खरीद-फरोख्त करके लोकतंत्र की हत्या की है। आज उन्होंने अनुशासनहीनता और दादागिरी की है। रमन सिंह को अच्छा कहा जाता था। जब वे अच्छे हैं, तो कैसे 15 साल सरकार चलाने वाली भाजपा 15 सीटों पर ही सिमट गई।
पवार ने सीधे तौर पर रमन पर यह आरोप लगाया है कि उनकी वजह से ही विधानसभा चुनाव में भाजपा 80 फीसद खत्म हो चुकी है। अब अंतागढ़ उपचुनाव में रमन सिंह का चेहरा बेनकाब होने के बाद भाजपा 95 फीसद खत्म हो गई है। भाजपा हाईकमान ऐसे ही रमन के नेतृत्व के भरोसा करता रहा, तो छत्तीसगढ़ में भाजपा जीरो में चली जाएगी। पवार ने कहा कि मैंने कोर्ट में जो बयान और शपथपत्र दिया है, पहले भाजपा हाईकमान को उसे संज्ञान में लेना था।
मैंने कोई बात उजागर की है, तो उसकी ऊपर से जांच होनी थी। मैंने सही कहा है या गलत। मेरा उद्देश्य पार्टी को खत्म करना नहीं था, बल्कि ऐसे लोगों को चेहरा सामने लाना था, जो पार्टी और लोकतंत्र के विरोध में काम कर रहे हैं। उसके बाद कार्रवाई का फैसला लेना था। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने जल्दबाजी में फैसला लिया है। पवार ने कहा कि अभी जो हो रहा है, उससे तो अंतागढ़ उपचुनाव की झलक दंतेवाड़ा उपचुनाव में दिखने लगी है।
जोगी की पार्टी का पंजीयन रद्द हो
मंतूराम ने कहा कि अजीत जोगी और उनके लड़के अमित जोगी ने लोकतंत्र की हत्या की है। डरा-धमकाकर लेने-देन किया है। ऐसे लोग क्षेत्रीय दल चला रहे हैं। चुनाव आयोग को उनकी पार्टी का पंजीयन रद्द कर देना चाहिए।
क्षेत्रीय दल का हश्र देखा, कांग्रेस से कोई संपर्क नहीं
मंतूराम ने कहा कि वे 22 वर्षों से राजनीति और जनसेवा कर रहे हैं। भाजपा से निष्कासन के बाद उन्होंने अभी किसी दल में जाने का फैसला नहीं लिया है। उनका कहना है कि एक क्षेत्रीय दल जोगी के जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का हश्र देख लिया। कांग्रेस में किसी से संपर्क नहीं हुआ है। सत्ता वालों के साथ जाना है, इसलिए अंतागढ़ कांड का उजागर किया, ऐसा भी नहीं है।