टेक्नोलॉजी के युग में हम अपनी दिनचर्या का एक बड़ा हिस्सा सफ़ेद स्क्रीन पर गुज़ारते है, जिसकी वजह से आँखों में ‘ आई स्ट्रेन ‘ की समस्या आम बात है | आज औसतन दस में नौ एडल्ट्स अपने दिन के कम से कम 3 घंटे स्क्रीन पर गुज़रते है | कुछ लोगो का जॉब टाइप ऐसा होता है की उन्हें दिन के दस – ग्यारह घंटे कंप्यूटर या टेबलेट के सामने बैठना होता है | ऐसे में आँखों की समस्या होना लाज़िमी है | जब आई स्ट्रेन की समस्याएं बढ़ जाती है तो धीरे धीरे आपकी आँखों की रौशनी पूरी तरह जा सकती है | इस समस्या के शुरूआती लक्षण है आँखों में सूखापन , आँखें लाल रहना।, आँख -कान- सर में लगातार दर्द रहना , आँखों से पानी आना , धुंधला दिखाई देना आदि | इसके साथ ही यह फोकस न कर पाना ,दिमाग में सुन्नता छा जाना, गर्दन दर्द , पीठ दर्द , सर दर्द , नींद न आना जैसी समस्याओं को भी जन्म देता है |
आज हम आपको बता रहे है कुछ ऐसे टिप्स जिनकी मदद से आप इस समस्या को काम कर सकते है |
1 ) लगातार कंप्यूटर की स्क्रीन पर ना देखे, आँखें झपकाते रहे और बीच बीच में कुछ सेकण्ड्स के लिए आँखें बंद कर के आँखों को आराम दे |
2 ) ब्रेक्स लेते रहे , उठकर थोड़ा टहले , इस दौरान आप आँखों पर गीला कपडा भी रख सकते है जिसे आँखों को ठंडक मिलेगी |
3 ) अपनी स्क्रीन पर ब्लू लाइट स्क्रीन फिल्टर्स को यूज़ करें |
4 ) काम करने के दौरान इन हानिकारक लाइट्स से बचने वाले चश्मे पहने |
5 ) ध्यान रखें के काम करने की जगह पर्याप्त रौशनी हो |
इन सब के अलावा लुक ब्रेक के दौरान 5 – 10 मिनट के लिए आँखें बंद करके , आँखों के चारो तरफ हलके हाथों से दबाएं , ध्यान रहे ज़्यादा ज़ोर से न करें बेहद हलके हाथों का प्रयोग करें | इस तक्नीक को करने से से आँखों की मसल्स में होना वाला खिचाव काम होता है और आँखों को आराम मिलता है |