लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पिछले 24 सालों से भ्रष्टाचार और भू-माफियों के खिलाफ कलक्ट्रेट में धरने पर बैठे एक शिक्षक विजय सिंह का जिलाधिकारी ने धरना खत्म करा दिया है। पुलिस ने विजय सिंह पर मुकदमा दर्ज किया है। उनपर आरोप है कि वो कलेक्ट्रेट के बाहर खुले में अंडरवियर सुखाते हैं। पुलिस ने टीचर के खिलाफ धारा 509 के अंतर्गत महिला की विनम्रता को ठेस पहुंचान के तहत मामला दर्ज किया है। आपको बता दें कि विजय सिंह पिछले 24 सालों से एक पूर्व विधायक द्वारा जमीन हड़पने के विरोध में धरने पर बैठे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे लंबा धरना देने पर विजय सिंह का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्डस, लिम्का बुक में दर्ज है। वे यह धरना 26 फरवरी 1996 से दे रहे हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे लंबा धरना देने पर विजय सिंह का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्डस, लिम्का बुक में दर्ज है। वे यह धरना 26 फरवरी 1996 से दे रहे हैं। बुधवार को मुजफ्फरनगर की जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी ने विजय सिंह को अपने ऑफिस में बुलाया और धरना खत्म कर कलक्ट्रेट खाली करने को कहा। इसके बाद जिलाधिकारी ने पुलिस और पीएसी की मदद से विजय सिंह का सारा सामान कचहरी से बाहर करा दिया। इसके बाद विजय सिंह जब जिलाधिकारी के ऑफिस में फिर पहुंचे तो उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। विजय सिंह वहां से हाथ जोड़कर लौट आए और अपना धरना शिवचौक पर डाकखाने के पास फिर से शुरू कर दिया।
इस बीच नया मामला सामने आया। पता चला कि टीचर विजय सिंह के खिलाफ संजय कुमार नाम के व्यक्ति ने सिविल लाइन थाने में कलक्ट्रेट में धरनास्थल के बाहर अंडरवियर सुखाने की शिकायत की थी। संजय सिंह की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। विजय सिंह ने कहा कि मैं पुलिस केस से किसी तरह के दबाव में आने वाला नहीं हूं। आगे भी मैं अपना धरना जारी रखूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे धरने को खत्म करने क लिए यह साजिश रची है। टीचर ने कहा कि जिस अंडरवेयर को लेकर मेरे खिलाफ केस दर्ज किया गया है वह मेरा अंडरवेयर नहीं हैं। नजदीक में रहने वाले एक बेसहारा आदमी का है।