पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य जलवायु परिवर्तन केन्द्र एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर क्लाइमेट रेजिलिएन्ट ग्रोथ (ICRG) के सहयोग से 24 सितम्बर को ‘मध्य भारत शुष्क क्षेत्र का जलवायु संवेदनशील विकास’ विषय पर अंतर्राज्यीय कार्यशाला आयोजित की गई है। कार्यशाला रायपुर के सिविल लाइन स्थित नवीन विश्राम भवन में सवेरे 10 बजे से शुरू होगी। दिन भर चलने वाली कार्यशाला में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव तथा वन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर भी शामिल होंगे।
इस अंतर्राज्यीय कार्यशाला में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। कार्यशाला में दो सत्रों में बहुपक्षीय चर्चा के बाद मध्य भारत में जलवायु परिवर्तन और अनुकूलन तथा जलवायु जोखिम के तहत जल संसाधनों का प्रबंधन और इसमें सिविल सोसाइटी नेटवर्क की भूमिका के बारे में भावी कार्ययोजना तैयार की जाएगी। कार्यशाला में देशभर से आमंत्रित जलवायु परिवर्तन विशेषज्ञों के साथ ही पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री आर.पी. मंडल, कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री के.डी.पी. राव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा एवं श्री राजेश तिवारी तथा डिपार्टमेंट फॉर इन्टरनेशनल डेवलपमेण्ट (DFID) की भारत में उप-प्रमुख सुश्री एना फ्रेंच भी अपने विचार व्यक्त करेंगी।