


धनिया तो लगभग सभी घरों में पाया जाता है। कुछ लोग हरा धनिया प्रयोग करते हैं तो कुछ हरा और सूखा दोनों। सूखे धनिये का प्रयोग मसाले के रुप में अधिक होता है और हरा धनिया का प्रयोग चटनी या सब्जी में डालकर प्रयोग में लाया जाता है। धनिया खाने का स्वाद बढाने के साथ कई रोगों को भी ठीक करने में मदद करता है। धनिया के पत्ते जाड़े में होने वाली बीमारियों को दूर करते हैं। इसमें पाए जाने वाला विटामिन ए, सी की मात्रा आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करती है।
– नाक से खून निकल रहा है तो इसकी पत्तियों का रस नाक में डालने से खून निकलना बंद हो जाता है।
– धनिया के चूर्ण से मुंहासों को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है।
– धनिया की पत्तियों का शरबत पीने से पेशाब में जलन, प्यास, आंखों में जलन, दस्त और गैस शांत होती है तथा मन प्रसन्न रहता है।
– हरी धनिया की पत्तियों का रस मिश्री के साथ पीने से महिलाओं के श्वेत प्रदर में लाभ होता है।
– धनिया के पत्ते से गैस से छुटकारा दिलाने में सहायता करते है।
– जाड़े में खाने की मात्रा अधिक होने पर दस्त की शिकायत बढ़ने लगती है। ऐसे में धनिया की चटनी व सलाद पेट को राहत पहुंचाती है।
– पानी का सेवन कम होने के पेशाब की समस्या बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में धनिया के पत्ते, चटनी, सूखी धनिया का किसी भी रुप में इस्तेमाल करने पर पेशाब मार्ग दुरुस्त रहता है।
– इसमें विटामिन ए और सी की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो की हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत करते हैं। नियमित सेवन से वायरल बीमारी सर्दी-खांसी से छुटकारा मिलता है।
– धनिया में विटामिन सी की अधिक मात्रा होने की वजह से गठिया मरीजों को लाभ मिलता है। सूखी धनिया का पाउडर लगातार इस्तेमाल करना चाहिए।
– डायबिटीज के मरीजों के लिए धनिया काफी फायदेमंद होता है। यह खून में इंसुलिन की मात्रा को नियमित करता है।
– चक्कर आने की शिकायत अधिक है तो आंवले के साथ इसका उपयोग करने पर आपको काफी राहत मिलेगा।