वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना का नाम नेशनल वार मेमोरियल (एनडब्ल्यूएम) में शामिल किया जायेगा. स्कवाड्रन लीडर खन्ना के नाम को वार मेमोरियल में शामिल किये जाने को लेकर भारतीय वायुसेना ने शनिवार को अपनी स्वीकृति दे दी है. वर्ष 1990 जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक ने स्क्वाड्रन लीडर खन्ना की हत्या कर दी थी.
भारतीय वायुसेना के सूत्रों ने मीडिया को बताया कि वायुसेना मुख्यालय ने देश के लिए शहीद होने वाले स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना के नाम को नेशनल वार मेमोरियल में शामिल किये जाने को लेकर अपनी हरी झंडी दिखा दी है. सूत्रों का कहना है कि पिछले सितंबर महीने के आखिरी हफ्ते में वायुसेना के अधिकारियों की ओर से उनके नाम को वार मेमोरियल में शामिल किये जाने को लेकर फैसला किया है. दरअसल, नेशनल वार मेमोरियल में देश के उन शहीद सैनिकों के सम्मान में नाम दर्ज किये जाते हैं, जिन्होंने अपने सेवाकाल में पूरे निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए जान गंवा देते हैं.
गौरतलब है कि देश में प्रतिबंधित जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के नेता यासीन मलिक और उसके आतंकवादियों ने 25 जनवरी, 1990 को वायुसेना के चार जवानों समेत स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना की हत्या कर दी थी. इस मामले में 31 अगस्त, 1990 को सीबीआई ने जम्मू के टाडा कोर्ट यासीन मलिक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था.
फिलहाल, आतंकवादियों को धन मुहैया कराने के मामले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद अलगाववादी नेता मलिक दिल्ली के तिहाड़ जेल में कैद है, उसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये विशेष अदालत के सामने पेश किया. शहीद रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना न्याय के लिए लड़ाई लड़ रही हैं. फिलहाल, उन्होंने अपने पति का नाम नेशनल वार मेमोरियल में शामिल करने की गुजारिश की थी.