भारतीय मूल की मिस इंग्लैंड-2019 भाषा मुखर्जी ने कोलकाता में सड़कों और झुग्गियों में रहने वाले बच्चों के लिए 20 हजार पाउंड (करीब 17 लाख रुपए) का फंड जुटाया और एक संस्था को दे दिया। उन्होंने यह राशि एक कार्यक्रम के टिकट बेचकर और चैरिटी के जरिए एकत्रित की। भाषा इंग्लैंड के लिंकनशायर में जूनियर डॉक्टर के तौर पर काम करती हैं।
भाषा ने कहा- “मैं कोलकाता से हूं। इसलिए ‘होप’ फाउंडेशन मेरे लिए बेहद खास है। होप सिर्फ कोलकाता के बच्चों के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के बच्चों के लिए है।” भाषा के मुताबिक, वह 9 साल की उम्र में लंदन चली गई थीं। संस्था के मुताबिक, यह रकम कोलकाता में झुग्गियों में रहने वाले बच्चों पर खर्च की जाएगी।
1999 में स्थापित हुई थी होप संस्था
1999 में आयरलैंड की मॉरीन फॉरेस्ट ने कोलकाता में होप फाउंडेशन की स्थापना की थी। संस्था सड़कों पर रहने के लिए मजबूर 14 युवा लड़कियों को सुरक्षा और संरक्षण देने के लिए बनाई थी। तब इसका एक सेंटर था लेकिन अब इसकी तादाद 12 है।