मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत प्री मीट्रिक बालक छात्रावास में जिला स्तरीय कुकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती सौम्या यशवंत ने मध्यान्ह भोजन के सभी प्रतिभागी रसोईयों से कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। उनकी अच्छी पढ़ाई एवं स्वास्थ्य के लिए यह जरूरी है कि उन्हें अच्छा गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक व स्वादिष्ट भोजन मिले। भोजन बनाते समय स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है। जिससे निश्चित ही शाला त्यागी बच्चों की संख्या में कमी आयी है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से कहा कि आज जिस मेहनत, लगन एवं समर्पण से आपने भोजन बनाया है उसी मेहनत से बच्चों के लिए प्रतिदिन बनायें।
कार्यक्रम में 9 विकासखण्ड के प्रतिभागी शामिल हुए। कार्यक्रम में रायगढ़ विकासखण्ड के प्राथमिक शाला विजयपुर के लक्ष्मी महिला स्व-सहायता समूह की श्रीमती उषा सिदार एवं श्रीमती ललिता भुमिया को प्रथम पुरस्कार, तमनार विकासखण्ड के माध्यमिक शाला तमनार के श्री महिला स्व-सहायता समूह के श्रीमती बसंती साहू एवं श्रीमती रम्भा साव को द्वितीय पुरस्कार, धरमजयगढ़ विकासखण्ड के माध्यमिक शाला डुगरूपारा के अंजली स्व-सहायता समूह के श्रीमती भावना सावरकर एवं श्रीमती सहोद्रा देहरी को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। इस अवसर पर शेष 6 विकासखण्डों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस मौके पर कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य राजेश डेनियल ने किया तथा मध्यान्ह भोजन के नोडल अधिकारी शैलेन्द्र कर्ण ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर निर्णायकगण सुश्री दर्शना पोपट एवं रेखा अग्रवाल सहित नागरिकगण, मध्यान्ह भोजन के रसोईये उपस्थित थे।