Home समाचार दिवाली पर सस्ते आभूषण के फेर से बचें, हो सकता है धोखा.....

दिवाली पर सस्ते आभूषण के फेर से बचें, हो सकता है धोखा.. जानें क्या करें, क्या न करें




IMG-20240704-WA0019
IMG-20220701-WA0004
WhatsApp-Image-2022-08-01-at-12.15.40-PM
1658178730682
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.50-PM
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.48-PM

यदि आप सोना खरीदने जा रहे हैं तो सावधान रहें! इस त्योहारी सीजन में आभूषण की बढ़ी मांग को देखकर नक्काल ज्वेलर्स सोने में एक खास तरह का पाउडर मिला रहे हैं। भारी भरकम छूट और ढेरों ऑफरों के बीच कई बार ग्राहक यही आभूषण खरीदकर धोखा खा जाता है।

ग्राहक इस बात को नहीं समझ रहे कि सोने का दाम आसमान पर होने के बावजूद गहने सस्ते कैसे मिल रहे हैं। यह बात अलग है कि कुछ दुकानदारों के पास पुराना स्टाक हो सकता है। लेकिन इसी की आड़ में आजकल सोने की ठगी का भी कारोबार भी शुरू हो गया है। लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री विनोद महेश्वरी कहते हैं कि सोने में पाउडर मिलाकर आभूषण की बिक्री से केवल ग्राहक ही नहीं, बल्कि ज्वेलर्स भी परेशान हैं। क्योंकि जिस आभूषण में सीमेंट जैसा यह पाउडर मिलाया जा रहा है उसकी जांच आसान नहीं। वह कहते हैं कि जब तक गहना गलाया नहीं जाएगा इसकी जानकारी करना मुश्किल है।

लखनऊ में हॉलमार्क एजेंसी चलाने वाले उमेश पाटिल बताते हैं कि पाउडर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल जंजीर वाले आभूषण बनाने में किया जा रहा है। वह कहते हैं कि यह पाउडर हॉलमार्क में एक्सरे करके पता नहीं किया जा सकता।

सोने के आभूषण कभी भी 24 कैरेट सोने से नहीं बनते हैं। यह 22 कैरेट में बनते हैं और 24 कैरेट सोने से सस्ते होते है। इसलिए जब भी सोने के आभूषण खरीदें तो यह ध्यान रखें कि जौहरी आपसे 22 कैरेट के हिसाब से पैसा ले रहा है कि नहीं। ज्वेलर्स से शुद्धता और कीमत को पर्ची पर जरूर लिखवाएं।

कुछ समय पहले बाजार खाला पुलिस ने जानवरों की चर्बी से नकली देशी घी बना रहे रैकेट का भंडाफोड़ किया था। तब पता चला कि नकली घी राजधानी में भी खपाया जा रहा है। पश्चिम के कुछ ब्रांड के नाम का रैपर लेकर कनस्तरों में नकली घी भरा जा रहा है। बाजार खाला में 2018 के जुलाई माह में 760 किलो नकली घी बरामद किया गया था। सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी मिलावटी घी पाचन तंत्र पर सीधा असर डालती है। इससे गैस, बदहजमी, एसिडिटी के लक्षण दिखने लगते हैं।
‘ रिफाइंड में वनस्पति घी मिलाते हैं। इसमें पांच फीसदी असली घी मिलाया जाता है। इसके बाद इसको गर्म किया जाता है। असेंस यानी घी की खुश्बू मिला देते हैं।

-घी को दानेदार और गाढ़ा बनाने के लिए कई मिलावटखोर कोलतार डाई और उबले आलू का भी इस्तेमाल करते हैं।’

-एक चम्मच घी में गिलास में डालें। इसमं उतना ही एचसीएल यानी हाईड्रोक्लोरिक एसिड डालें। एक चुटकी चीनी डालें फिर हिलाएं। हल्का पीला रंग हो जाए तो इसमें वनस्पति घी की मिलावट है।

-एक चम्मच घी में चार बूंद आयोडीन की डालें। यदि रंग नीला हो जाए तो आलू मिला हुआ है।

-सीमेंट जैसा विदेशी पाउडर सोने में गलाकर बन रही ज्वेलरी इसलिए हॉलमार्क वाला आभूषण ही खरीदें