Home खेल टीम इंडिया में आया ये सिक्सर किंग, युवराज जैसे जादू की उम्मीद

टीम इंडिया में आया ये सिक्सर किंग, युवराज जैसे जादू की उम्मीद




IMG-20240704-WA0019
IMG-20220701-WA0004
WhatsApp-Image-2022-08-01-at-12.15.40-PM
1658178730682
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.50-PM
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.48-PM

साउथ अफ्रीका के बाद टीम इंडिया अब अपने पड़ोसी प्रतिद्वंद्वी बांग्लादेश से भिड़ने के लिए तैयार है. बांग्लादेश का भारत दौरा 3 नवंबर से शुरू होने वाला है. भारत और बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज और दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी. तीन मैचों की टी-20 सीरीज के लिए सेलेक्टर्स ने पहली बार मुंबई के विस्फोटक ऑलराउंडर शिवम दुबे को शामिल किया है.

शिवम दुबे बन सकते हैं अगले युवराज?

मुंबई के 26 साल के ऑलराउंडर शिवम दुबे को चोटिल हार्दिक पंड्या की जगह चुना गया है. दरअसल, उन्होंने छोटे प्रारूप में ऑलराउंडर के दूसरे विकल्प में विजय शंकर को पछाड़ दिया है. बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले शिवम दुबे बड़े छक्के जड़ सकते हैं.

पिछले साल रणजी ट्रॉफी के मैच में बड़ौदा के खिलाफ शिवम दुबे ने बाएं हाथ के स्पिनर स्वप्निल सिंह के एक ओवर में पांच छक्के लगाए थे. तब वह एक ओवर में छह छक्के लगाकर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भारत के रवि शास्त्री के रिकॉर्ड की बराबरी करने से चूक गए थे.

मैच का रुख पलट सकते हैं शिवम दुबे

शिवम जिस तरह से छक्के लगाते हैं उनमें युवराज सिंह की झलक देखने को मिलती है. पिछले सीजन में शिवम दुबे ने विजय हजारे ट्रॉफी में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था. शिवम दुबे ने इस दौरान एक शतक भी जड़ा था. टूर्नामेंट में जड़े 15 छक्कों से उनका कद ऐसा हो गया जो किसी भी मैच का रुख पलट सकता है.

क्यों टीम इंडिया में चुने गए शिवम दुबे?

शिवम दुबे को वेस्टइंडीज ए और दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने के बाद टीम में जगह मिली है. शिवम ने हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया था. शिवम ने कर्नाटक के खिलाफ 118 रनों की दमदार पारी खेली थी. उन्होंने इसके लिए 67 गेंदों का सामना किया, जिसमें 7 चौके और 10 छक्के जड़े थे. टूर्नामेंट में 5 विकेट भी झटके थे.

शिवम दुबे ने दांए हाथ से बल्लेबाजी जबकि बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करते हैं. उन्होंने अब तक फर्स्ट क्लास करियर में 16 मैच खेले हैं और 1012 रन बना चुके हैं. इस दौरान 25 पारियों में 2 शतक और 7 अर्धशतक लगाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने 40 विकेट भी झटके हैं.

IPL में विराट कोहली के साथ खेल चुके हैं

IPL में विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने शिवम दुबे को 5 करोड़ रुपये में खरीदा था. इसके बाद शिवम दुबे पहली बार चर्चा में आए थे. शिवम दुबे ने 16 फर्स्ट क्लास मैचों में 48.19 की औसत से 1012 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शिवम 39 छक्के जड़ चुके हैं.

शिवम के टी-20 रिकॉर्ड की बात करें तो वे 18 पारियों में 18.61 की औसत से 242 रन बना चुके हैं. स्ट्राइक रेट 142 का है. टी-20 में बतौर तेज गेंदबाज वे 14 विकेट भी ले चुके हैं.

शिवम दुबे ने सेलेक्शन के बाद पिता को दिया श्रेय

अपने सेलेक्शन के बाद शिवम दुबे ने कहा, ‘मैं भगवान और अपने पिता का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. विशेषकर मेरे पिता को जिन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया और यह उन्हीं का सपना था कि मैं भारत के लिए खेलूं.’ उन्होंने कहा, ‘मैं टीम में चुने जाने की उम्मीद कर रहा था. मुझे अपने चयन का भरोसा था. मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा था इसलिए मैं टीम में चुना गया.’

शिवम दुबे ने कहा कि उन्हें आक्रामक बल्लेबाजी करना पसंद है और वह अपनी इस ‘पावर हिटिंग’ शैली को कभी नहीं छोड़ेंगे, जिसने उन्हें भारतीय टीम में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाई.

शिवम दुबे ने कोहली-रोहित से लिए टिप्स

शिवम दुबे ने अपने सेलेक्शन के बाद कहा, ‘जब मैं आरसीबी में था, तो मैं ज्यादातर मैचों में बेंच पर बैठा था, इसलिए विराट कोहली और एबी डिविलियर्स जैसे महान खिलाड़ियों को उनके काम के प्रति लगन को देखना अपने आप में एक बहुत बड़ा सबक था. विराट भाई और रोहित भाई ने मुझे प्रदर्शन करने के लिए हमेशा समर्थन दिया है. वे लगातार मुझे बताते हैं कि मेरे पास ऑलराउंडर के रूप में लगातार प्रदर्शन करने की क्षमता है और मैं जल्द ही भारत के लिए खेल सकता हूं.’

शिवम दुबे ने कहा, ‘मैंने पिछले साल आईपीएल के दौरान विराट भाई के साथ स्पष्ट चर्चा की थी. मैंने उनसे पूछा, मुझे किन क्षेत्रों में विकास करने की आवश्यकता है. उन्होंने मुझे फिनिशर की भूमिका पर काम करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि मेरे पास खेल को कंट्रोल करने और फिर इसे खत्म करने की क्षमता है, क्योंकि मेरे पास पावर-हिटिंग क्षमताएं हैं. मैंने उस पर काम करना शुरू कर दिया, जिसका परिणाम आखिरकार आज मुझे मिला है. मैं कह सकता हूँ, कि यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन है.