केंद्र सरकार द्वारा चावल खरीदने की मनाही के बाद छत्तीसगढ़ में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। राज्यपाल अनुसुइया उइके ने किसानों के हक में पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर चावल खरीदने का आग्रह किया है। वहीं सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि इसके लिए हम राज्य के सभी सांसदों से पत्र लिखने का आग्रह करेंगे। जबकि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सरकार बहानेबाजी छोड़कर किसानों से किया गया वादा निभाए। भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में फसल अच्छी है। दिवाली खत्म होतेे ही किसान फसल कटाई में लग जाएंगे।
हमने धान खरीदी के लिए अनुमति देने के लिए सातवें महीने पीएम को पत्र लिखा था। फिर नौवें महीने में पासवान जी से मैने खुद जाकर मुलाकात की थी। पूर्व सरकार ने भारत सरकार के साथ एमआेयू किया था। इसकी कंडिका 1 में स्पष्ट उल्लेख है कि जो सरकारें अनाज में बोनस देंगी उस राज्य से केन्द्र सरकार सेंट्रल पुल में अनाज नहीं लेगी। कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार किए गए आंदोलन के बाद इसे शिथिल किया गया। हमने केन्द्र से यही निवेदन किया है कि दो साल से आपने नियम शिथिल किया है ताकि हम धान खरीद सकें। लेकिन अभी तक नियम को शिथिल करने का आदेश जारी नहीं किया गया है। बघेल ने कहा कि राज्य सरकार की नीति के कारण ही छत्तीसगढ़ में मंदी का असर नहीं है।
भूपेश ने कहा मैने राज्यपाल से शुक्रवार को दीवाली बधाई देने के दौरान निवेदन किया था, जिसके बाद उन्होंने पीएम को पत्र लिखकर चावल खरीदने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि किसानों आैर उसका उपज सम्मान का मामला है राजनीति का नहीं। मैं सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों, कांग्रेस भाजपा सभी दलों के सांसदों से पीएम से मिलकर चावल खरीदने का आग्रह करेंगे। ताकि किसानों का नुकसान न हो।
िकसानों काे बहका रही सरकार
मुख्यमंत्री बघेल इस मुद्दे पर गैर जरूरी बातें कहकर प्रदेश की जनता और किसानों को बहकाने का काम कर रहे हैं। वे बिना वजह केन्द्र सरकार को बीच में ला रहे हैं। कांग्रेस घोषणा पत्र के वादे को पूरा करे, भाजपा को अनावश्यक सलाह न दे।