इस साल भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में सबसे सफल कॉम्पैक्ट एययूवी का खिताब किआ सेल्टोस को दिया गया। किआ को भारतीय लोगों द्वारा जबरदस्त रिस्पांस मिला। कार को एक बडी बुकिंग पहले से ही मिल चुकी है। मगर एक सफल ब्रांड बनने के लिए आपको लोगों का विश्वास जीतना होता है और किआ इस मामले में कुछ लापरवाह जान पडती है दरअसल हमें लोगों के द्वारा किआ सेल्टॉस के साथ कुछ समस्याओं का समना करते हुऐ पाया गया जिसको लेकर कंपनी की तरफ से कुछ भी नहीं किया जा रहा है। आईये आपको बताते हैं कि लोग किआ सेल्टोस के साथ क्या समस्याऐं फेस कर रहे हैं।
आपको बता दें, कंपनी की तरफ से लोगों को जो डिलीवरी डेट दी जा रही है कंपनी उस डेट तक किया उसके आस पास भी डिलीवरी नहीं कर पा रही है। यही वजह है कि कई लोग इस तरह की शिकायतें कर रहे है जिनकी डिलीवरी डेट निकलने के बाद भी गाडी के बारे में उन्है कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में कंपनी की तरफ से ऐसा करने से कई लोग उनके इस रवैये से परेशान हो गये हैं।
कई लोगों की समस्या ये है कि उनकी कार के क्षतिग्रस्त हो जाने के बार कई हफ्ते या महीने तक उन्है अपनी कार सर्विस सेंटर छोडनी पडी क्योंकी कंपनी के पास पार्ट्स और लोगों की कमी है। कई लोग सेल्टोस की खराब माइलेज को लेकर भी शिकायतें कर रहे है, उनके मुताबिक सेल्टोस डीसीटी संस्करण केवल 7.7 किमी प्रति लीटर माइलेज दे रहा है वो भी तब जब 40 किमी प्रति घंटे की औसत गति के साथ शहर में 450 किमी के लिए अपेक्षाकृत यातायात रहित मार्ग पर चलाई।
इन समस्याओं के अतिरिक्त कई प्रकार की तकनीकी खामियों की शिकायतें भी सामने आयी है जिनको लेकर कंपनी के अधिकारिक सर्विस सेंटर से भी कोई संतोषजनक जबाव नहीं दिये गये। इन कामों में कार के एसी में से धुंआ उठना, कार का इन्फोंन्टमेंट सिस्मटम हैंग होना। क्रूज कंट्रोल का सही से काम न करना, ओवर हीटिंग की समस्या नजर आना और कई तकनीकी ग्लिच भी नजर आये है।
गौरतलब है कि अपनी पहली कार के साथ ही किआ लोगों को अपने ब्रांड से नाराज करता नजर आ रहा है जिसके बारे में कंपनी को गम्भीरता से सोचना चाहीए।