केंद्रीय परिवहन मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने नारिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) का बचाव करते हुए रविवार को कांग्रेस की जम कर खिंचाई की। गडकरी ने कहा कि जिस कांग्रेस ने अब तक मुसलमानों का जीवन नर्क बना कर रखा, उसके बहकावे में किसी को भी नहीं आना चाहिए। नागपुर में सीएए और एनआरसी के समर्थन में लोकाधिकार मंच की ओर से आयोजित मार्च को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने यह बात कही।
गडकरी ने कहा कि दुनिया में 100 से 150 देश हैं, जहां मुस्लिमों को संरक्षण मिलता है। हिंदुओं के शोषण के खिलाफ आवाज कहीं नहीं उठाई जाती है। ऐसे में यदि भारत ने शोषण के शिकार हिंदुओं को नागरिकता देने की पहल की है तो इसमें गलत क्या है। कांग्रेस को कोसते हुए उन्होंने सवाल किया क्या हिंदू होना पाप है?
गडकरी ने कहा कि हमारी धर्मनिरपेक्षता का रोल मॉडल छत्रपति शिवाजी महाराज हैं, जिनके शासनकाल में एक भी मस्जिद नहीं तोड़ी गई थी। उन्होंने कहा कि भारत में मुस्लिमों के साथ कोई अन्याय नहीं हो रहा है। मोर्चे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारियों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित भाजपा के कई नेता शामिल हुए।
वोट के लिए इस्तेमाल किया
गडकरी ने कहा कि मुसलमानों को कांग्रेस के बहकावे में नहीं आना चाहिए। क्योंकि कांग्रेस ने मुसलमानों को वोटिंग मशीन की तरह इस्तेमाल किया है। कांग्रेस ने उनका विकास नहीं बल्कि शोषण किया है। एक बार फिर कांग्रेस उन्हें हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। ऐसे में उन्हें कांग्रेस की बातों पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
किसी के खिलाफ नहीं
विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस ने कहा कि सीएए और एनआरसी से देश के मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए जनता को भड़का रहे हैं। जगह-जगह आंदोलन प्रदर्शन से देश में अशांति का माहौल बना रहे हैं। सच तो यह है कि जो लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं, उन्हें इस कानून की समझ नहीं है। हकीकत में यह कानून किसी के खिलाफ नहीं बल्कि देश हित में है।