ईरान, रूस और चीन ने शुक्रवार को हिंद महासागर और ओमान क्षेत्र के समुद्र में 4 दिवसीय संयुक्त समुद्री अभ्यास शुरू किया। तेहरान स्थित प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार इस अभ्यास को ‘समुद्री सुरक्षा बेल्ट’ का कोडनेम दिया गया है।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, ये युद्धाभ्यास 30 दिसंबर तक चलेगा। ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबॉल्फजल शकरची ने बुधवार को कहा ‘यह आयोजन सामरिक क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए है।
उन्होंने कहा कि समुद्री बचाव कार्यों में अनुभव साझा करना भी युद्धाभ्यास की दिशा में आगे बढ़ना है।’
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने गुरुवार को घोषणा की थी कि बीजिंग की शीनिंग गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक इस ड्रिल में भाग लेंगी।
रूसी रक्षा मंत्रालय के हवाले से कहा ‘मास्को ने यारोस्लाव मुद्री फ्रिगेट, एल्न्या टैंकर और विक्टर कोनत्स्की तुग्बोट को संयुक्त अभ्यास में भाग लेने के लिए भेजा है।’ मंत्रालय ने यह भी कहा कि अभ्यास आयोजित करने के लिए सेंट पीटर्सबर्ग में इसी जुलाई में समझौता हुआ था।