भारतीय अंतरिक्ष संस्थान इसरो लगातर नए कारनामे कर रहे हैं इसी कड़ी मे भारत अंतरिक्ष में एक ऐसा सैटेलाइट भेज रहा है, जिसकी खूबियां सुन थर्रा उठेंगे दुश्मन आइए इस आर्टिकल में देखते हैं l
भारत के नए निगरानी उपग्रह रीसेट-2बीआर1 और नौ विदेशी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए मंगलवार 4:40 बजे से उल्टी गिनती शुरू हो गई है. यह उपग्रह बुधवार की शाम आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किए जाएंगे. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि भारत के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के बुधवार को पहले लॉन्च पैड से दोपहर 3:25 बजे प्रक्षेपित किए जाने की संभावना हैl
इसरो ने रीसेट-2बीआर1 को रडार इमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह के रूप में लगभग 628 किलो वजनी बताया. भारतीय उपग्रह को 576 कि. मी. कक्षा में रखा जाएगा और इसकी उम्र पांच साल होगी.
क्या है इसकी खूबियां
इसमें लगे खास सेंसरों के चलते सीमापार आतंकियों के जमावड़े की भी सूचना पहले ही मिल जाएगी। साथ ही सीमापार की गतिविधियों का विश्लेषण भी आसान हो जाएगा। 22 मई को लांच की गई आरआईसैट-2बी पहले से ही देश की खुफिया आंख के तौर पर निगरानी का काम कर रही है। इसके अलावा पीएसएलवी के साथ जाने वाली 9 अन्य सैटेलाइट विदेशी हैं, जिनमें अमेरिका की 6, इस्राइल की 1, इटली की 1 और जापान की 1 सैटेलाइट है।
आरआईसैट की यह है खासियत
05 साल तक सीमाओं की निगरानी करेगी यह सैटेलाइट
628 किलोग्राम का रखा गया है इस सैटेलाइट का वजन
100 किलोमीटर इलाके की तस्वीर एक साथ ले पाएगी
यह सैटेलाइट दिन और रात में एक जैसी निगरानी करेगी l
माइक्रोवेव फ्रीक्वेंसी पर काम करेगी यह सैटेलाइट l
एक्स बैंड एसएआर कैपेबिल्टी के चलते हर मौसम में साफ तस्वीर देगीl
स्वदेश में बने खास डिफेंस इंटेलिजेंस सेंसर से युक्त हैl