रतन टाटा देश के सबसे चर्चित और ईमानदार बिजनेसमैन रहे हैं. आपको जान हैरानी होगी कि रतन टाटा ने अपने जीवन में कई करोड़ से लेकर अरबों रुपए तक कमाए हैं लेकिन इसके बावजूद उनकी निजी संपत्ति की कीमत 100 करोड़ से ज्यादा नहीं हैं. इसकी एक वजह ये हैं कि वे आज तक अपनी कमाई का 65 फीसदी हिस्सा समाजसेवा में लगाते आए हैं.
टाटा इंडस्ट्रीज के मालिक रतन टाटा का नाम देश ही नहीं पूरी दुनिया के लोग जानते हैं। यह दुनिया के जाने माने अमीर व्यक्तियों में से एक हैं।इनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। 81 वर्षीय रतन टाटा आजीवन कुँवारे रहे।
रतन टाटा साल 1991 से लेकर 2012 तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे। वैसे तो रतन टाटा दुनिया के टॉप अमीरों की लिस्ट में शामिल है लेकिन अगर वह चाहे तो वह उनमें वह अपना नाम सर्वोपरि रख सकते हैं। परंतु रतन टाटा अपनी कमाई का आधा हिस्सा दान में दे देते हैं।
रतन टाटा ने जब अपना करियर शुरू किया तो उन्होंने फैक्ट्री के मजदूरों के साथ काम शुरू किया। कहते हैं कि वो इसके जरिए जानना चाहते थे कि आखिर मजदूरों की जिंदगी क्या है और उनके परिवार को इस बिजनेस को खड़ा करने में कितनी मेहनत लगी। वह बहुत ही सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं। इसके साथ ही उन्होंने मजदूर वर्ग के लोगों को हर प्रकार की मदद की और परिस्थिति में उनका साथ दिया।