नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर मोदी सरकार पूर्णतया स्पष्ट कर चुकी है कि अब CAA किसी भी हालत में वापस नहीं लिया जाएगा। लेकिन इस बिल के विरोध में शाहीन बाग में बैठे लोग भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। इसी बीच शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को एक बड़ी शक्ति का समर्थन प्राप्त हुआ है।
गौरतलब है कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में किसानों को एक बड़ी शक्ति के तौर पर देखा जाता है। यही वजह है कि अब किसानों ने भी शाहीन बाग में बैठे लोगों का समर्थन करने का फैसला किया है। इस फैसले के बाद पंजाब से तकरीबन 800 किसान शाहीन बाग के लिए रवाना हो चुके हैं।
जानकारी के लिए बता दें इससे पहले भी शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को कई बड़े दलों का समर्थन मिल चुका है। ऐसे में किसानों द्वारा भी समर्थन मिल जाने पर यह विरोध प्रदर्शन और मजबूत हो जाएगा। जिससे मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।