राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात के सियासी गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। हालात ऐसे हैं कि विपक्ष सरकार गिराने पर उतारू हैं। इसी कड़ी में विपक्ष के एक नेता ने विधानसभा में खुलेआम ऐलान कर दिया है कि 15 विधायक लेकर आएं और सीएम की कुर्सी पाएं। विपक्ष के इस ऐलान से सत्ता पक्ष भी सकते में आ गई।
दरअसल विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को कांग्रेस के वीरजी ठुमर सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बीजेपी के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल से हमदर्दी जताते हुए कहा कि नितिन पटेल का कोई सम्मान नहीं करता। नितिन पटेल को मैं न्योता देता हूं 15 विधायकों के साथ हमारी पार्टी में आ जाएं, हम उन्हें सीएम की कुर्सी देंगे। हालांकि उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने वीरजी ठुमर के प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा है कि आप दिन में सपने देखना बंद कर दें।
वहीं, वीरजी ठुमर के न्योते पर त्वरित टिप्पणी करते हुए नितिन पटेल ने सदन में कहा कि मुझे कहीं जाने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस को दिन में सपने देखना बंद करना चाहिए। मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया। नितिन पटेल 29 फरवरी को मां उमिया मंदिर के शिलान्यास के दौरान दिए अपने भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि मैंने अपने भाषण में कहा था कि मैं मां के आशीर्वाद से यहां हूं। वरना सभी को पता है कि मैं एक तरफ हूं और बाकी सब दूसरी तरफ। मैं यहां मां उमिया (पाटीदारों की देवी) के आशीर्वाद की वजह से हूं और पाटीदार का खून मेरी रगों में बहता है।
बता दें कि 183 सदस्यीय विधानसभा में इस वक्त बीजेपी के पास 103 सीटें और कांग्रेस के पास 73 सीटे हैं। बहुमत का आंकड़ा 92 है। वहीं एनसीपी और आईएनडी के पास एक-एक सीटें हैं। इसके अलावा भारतीय ट्राइबल पार्टी के पास 2 सीटे हैं। बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटें और कांग्रेस ने 80 सीटें जीती थीं लेकिन पिछले साल कांग्रेस के 4 विधायकों ने पार्टी छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली थी। उपचुनाव में चारों को जीती मिल गई जिसके बाद बीजेपी का विधानसभा में आंकड़ा बढ़कर 103 हो गया।