देश में ठंड एक बार फिर लौटी है और जंगल-पहाड़ों में सुबह ओस जमनेे लगी है। जशपुर और मैनपाट समेत सरगुजा के बड़े इलाके, बिलासपुर के वनक्षेत्र और चिल्फी घाटी में रात का तापमान 3 डिग्री हो गया है और सुबह पेड़-पौधों से लेकर घास के मैदानों में ओस जम रही है।
इसके अलावा प्रदेश का बड़ा हिस्सा शीतलहर और कड़ाके की सर्दी की चपेट में आ गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तरी हवा ने प्रदेश में ठंड बढ़ाई है और 19 तारीख तक ठंड कम होने के अासार नहीं हैं। इसके बाद हवा की दिशा बदलेगी और तापमान बढ़ेगा, लेकिन चार-पांच दिन बाद ठंड फिर लौटेगी। यह सिलसिला मार्च के पहले पूर्वार्द्ध तक जारी रहने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ ही नहीं, देशभर के मौसम विज्ञानियों ने पहले ही संकेत दिए हैं कि इस साल ठंड थोड़ी ज्यादा रहेगी। दिसंबर से जनवरी तक महीनेभर में चक्रवात और अन्य वजहों से दो से तीन बार ठंड कम हुई है, लेकिन उसके बाद तापमान में तेजी से गिरावट आई है। राजधानी में लगभग दो सप्ताह तक ठंड गायब रही। दिन का तापमान 33 डिग्री और रात का पारा 20 डिग्री से ऊपर पहुंच गया।
दक्षिण में वर्षा से कम होगी ठंड
मौसम विज्ञानियों के अनुसार 19 जनवरी तक देश के दक्षिणी हिस्से में उत्तर-पूर्वी मानसून से बारिश शुरू हो सकती है। मुख्य रूप से तमिलनाडू, केरल, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक के कई जिलों में अच्छी बारिश होगी। चूंकि छत्तीसगढ़ इन राज्यों की सीमाओं से जुड़ा हुआ है। लिहाजा समुद्र से आने वाली नमीयुक्त हवा छत्तीसगढ़ को भी प्रभावित करेगी। इससे रात के तापमान में वृद्धि होगी और ठंड थोड़ी कम हो सकती है।
मौसम साफ होने के बाद फिर से ठंड बढ़ेगी, क्योंकि उत्तरी भारत में पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान आदि राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस ओर से ठंडी हवा का प्रभाव बढ़ने पर फिर से ठंड बढ़ेगी।
रात का पारा आधा डिग्री कम
मौसम विज्ञानियों ने इस साल ठंड का पूर्वानुमान जारी करने के साथ ही यह ऐलान कर दिया है कि इस साल पूरे मध्यभारत में अच्छी ठंड पड़ेगी और रात का तापमान इस साल औसत से 0.5 डिग्री कम रहेगा। लिहाजा उम्मीद है कि जनवरी ही नहीं मार्च तक अच्छी ठंड रहेगी।