नई दिल्ली: दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में 16 जनवरी से शुरू हुआ। भारत में पिछले चार दिन में करीब 6 लाख से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। एक दिन में वैक्सीन लगाने के मामले में भारत दुनिया के सभी देशों से आगे चल रहा है, जल्द ही देश में ये रफ्तार और भी तेज़ होगी।
एक हजार लोगों में साइड इफेक्ट
वहीं अगर वैक्सीन के साइड इफेक्ट की बात करें तो, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार को दी गई जानकारी के मुताबिक भारत में अबतक जितने लोगों को वैक्सीन लगाई गई है, उसमें से सिर्फ 0.18 फीसदी लोग यानी करीब एक हजार लोगों में ही वैक्सीन के साइड इफेक्ट पाए गए हैं। जबकि 0.002 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्हें वैक्सीन लगने के बाद दोबारा अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी है। गौरतलब है कि भारत में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का काम शुरू हुआ और अब तेजी से आगे बढ़ रहा है।
अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील
आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सभी स्वास्थ्यकर्मियों को आगे आकर कोरोना का टीका लगवाना चाहिए। साथ ही कहा है कि वैक्सीन को लेकर जितनी भी गलत बातें बताई जा रही हैं उनपर ध्यान नहीं देना चाहिए। वहीं नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने भरोसा दिलाया कि भारत में जिन दो वैक्सीन को मंजूरी मिली हैं, वो बिल्कुल ठीक हैं।
गौरतलब है कि बीते दिनों कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद दो व्यक्तियों की मौत की बात भी सामने आई थी। हालांकि इस बात पर बाद में सरकार ने अपने बयान में कहा कि दोनों व्यक्तियों की मौत का टीका लगने से कोई संबंध नहीं है, ये बात पोस्टमॉर्टम में साफ हुई है।
जानकारी के लिए बता दें कि देश में अबतक कोरोना की दो वैक्सीन को मंजूरी मिली है, कोविशील्ड और कोवैक्सीन। इसके अलावा चार वैक्सीन पर काम चल रहा है। वहीं बीते दिन ही एक नेसल वैक्सीन के ट्रायल की मंजूरी मिली थी। अगर भारत में कोरोना वायरस के असर को देखा जाए तो अब ये कम होता जा रहा है। करीब आठ महीने के बाद देश में एक दिन में हुई कोरोना से मौत का आंकड़ा 140 के नीचे गया है, जो कि देश के लिए राहत देने वाली खबर है।