Home क्षेत्रीय खबरें / अन्य खबरें राजस्थान : कोरोना से बचाव के लिए 5 महीने से पॉजिटिव महिला...

राजस्थान : कोरोना से बचाव के लिए 5 महीने से पॉजिटिव महिला ने पिया 45 लीटर काढ़ा, आज होगी 32वीं जांच…




IMG-20240704-WA0019
IMG-20220701-WA0004
WhatsApp-Image-2022-08-01-at-12.15.40-PM
1658178730682
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.50-PM
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.48-PM

राजस्थान के भरतपुर में एक महिला लगभग सबसे लंबे समय से कोरोना पॉजिटिव है। वह यहां के ‘अपना घर’ कोविड केयर सेंटर में रह रही हैं। ‘अपना घर’ आश्रम में बेसहारा लोगों को रखा जाता है। कोरोना से बचाव के लिए वह पिछले पांच महीने में लगभग 45 लीटर आयुर्वेदिक काढ़ा पी चुकी हैं और करीब ढाई सौ ग्राम वजन की दवाएं खा चुकी हैं। उन्हें अब दवाओं और काढ़े से कोफ्त होती है, लेकिन कोरोना का डर उन्हें दवा लेने को मजबूर करता है।

‘अपना घर’ आश्रम में जब शारदा देवी आई थीं तब वह बेसहारा थीं। उनकी हालत बहुत खराब थी, लेकिन अब उनका वजन 30 से बढ़कर 38 किलो हो गया है। इसलिए वह कहती हैं कि शायद दवाओं और दुआओं ने उन्हें बचा लिया।

28 अगस्त यानी 5 महीने पहले कोरोना पॉजिटिव हुईं शारदा देवी की अब तक 31 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव हो चुकी हैं। इनमें 14 आरटीपीसीआर और 17 एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट हैं, लेकिन वे नेगेटिव नहीं हो पा रहीं। शारदा देवी की 32वीं जांच आज होगी।

भरतपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह का कहना है कि अब टेस्ट की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि शारदा देवी की रिपोर्ट और लक्षण देखते हुए लगता है कि उनका वायरस डेड हो गया और किसी आॅर्गेन में फंसा है। इसलिए रिपोर्ट तो पॉजीटिव आएगी, लेकिन संक्रमण का कोई खतरा नहीं है।

उन्होंने बताया कि इस तरह की रिपोर्ट भी माइक्रो बॉयोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप कुमार ने दी थी। उनका कहना था कि नाक में कोरोना वायरस डेड अवस्था में हो सकता है। फिलहाल, डॉक्टरों के लिए चुनौती बनी शारदा देवी अपने आपको को सामान्य/स्वस्थ्य बताती हैं।

शारदा देवी को एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेदिक दवाएं दी जा रही हैं। आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. बीएम भारद्वाज ने बताया कि शुरुआत के 14 दिन तक एलोपैथी दवाएं दी। इसके बाद होम्योपैथी दवाएं और आयुर्वेदिक काढ़ा प्रतिदिन दिया जा रहा है। इसमें कोई 300 एमएल आयुर्वेदिक काढ़ा प्रतिदिन दिया जाता है। इससे उनका वजन बढ़ गया है।