रायपुर
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास से बात की है। राकेश्वर 6 दिन बाद नक्सलियों की कैद से गुरुवार शाम रिहा हुए हैं। अमित शाह ने फोन पर उनसे बात की और उनके स्वास्थ्य का हाल जाना।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अमित शाह ने रिहा हुए जवान से फोन पर बात की। राकेश्वर कोबरा (Commando Batallion for Resolute Action) की 210वीं बटालियन में हैं। नक्सलियों ने 3 अप्रैल को बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में सर्चिंग पर निकले सुरक्षाकर्मियों की टीम को घेर कर हमला कर दिया था। इसमें कम से कम 22 जवानों की मौत हो गई थी। मुठभेड़ के बाद से राकेश्वर नक्सलियों के ही कब्जे में थे।
राकेश्वर को सरकार द्वारा बनाई गई मध्यस्थों की एक टीम से बातचीत के बाद छोड़ा गया। इस टीम में स्थानीय आदिवासी समुदाय के प्रतिनिधि भी शामिल थे। उनकी रिहाई से छत्तीसगढ़ से लेकर जम्मू तक खुशी का माहौल है। राकेश्वर सिंह जम्मू के रहने वाले हैं और उनका परिवार वहीं रहता है। रिहाई के बाद उनके परिवार में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पत्नी मीनू ने पति की सुरक्षित रिहाई पर खुशी जताते हुए इसे अपनी जिंगदी का सबसे खुशी का दिन बताया है।
अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि राकेश्वर सिंह की रिहाई के बदले सरकार ने नक्सलियों की कोई मांग पूरी की है या नहीं। सरकार द्वारा गठित दो सदस्यीय मध्यस्थता टीम के सदस्य पद्मश्री धर्मपाल सैनी,गोंडवाना समाज के अध्यक्ष तेलम बोरैया समेत सैकड़ो ग्रामीणों की मौजूदगी में नक्सलियों ने जवान को गुरुवार शाम को रिहा किया।