रिपोर्टर- दीपेश मोहारे
प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिले में 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जायेगा। इस वर्ष विश्व मलेरिया दिवस की थीम “ Reaching the zero malariya target” है। आज सम्पूर्ण विश्व कोरोना महामारी से ग्रसित होकर उसके संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण में व्यस्त है। लेकिन हमें मलेरिया नियंत्रण भी ध्यान देने की जरूरत है।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि वर्षा काल एवं मानसून के साथ ही मलेरिया का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ने लगता है। जो नवंबर माह तक अधिक रहता है और दिसंबर के अंत तक धीर-धीरे कम होने लगता है। अत: सभी लोग मलेरिया की रोकथाम के लिए अपने घरों के आसपास मच्छर पैदा न होने दें। इसके लिए घरों के आसपास सफाई रखें और अनावश्यक पानी जमा न होने दें। घरों की छत पर अनुपयोगी वस्तुयें जैसे डिब्बे, फूलदान, टायर, बर्तन आदि में पानी जमा न होने दें। टंकियां, कूलर की सप्ताह में एक बसार अच्छे से सफाई करें एवं पानी के बर्तन को ढक कर रखें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। घरों में मच्छर निरोधक जालियों का प्रयोग करें। अपने घरों के आसपास मच्छर निरोधक पौधे जैसे लेमनग्रास, जहसुन, लेवेंडर, गेंदा, तुलसी, सिट्रोनेला आदि लगायें। किसी भी व्यक्ति को बुखार आने पर पास के स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर खून की जांच अवश्य करायें।