16 मई को प्रति वर्ष राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष राष्ट्रीय डेंगू दिवस की थीम डेंगू की रामथाम अपने घर से प्रारंभ करें रखा गया है। कारोना संक्रमण के कारण रैली एवं कार्यशाला का आयोजन न कर आम जन को इसके प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया गया है।
जिला मलेरिया अधिकारी श्री भलावी ने अपने जागरूकता संदेश में कहा है कि अचानक तेज बुखार आना, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द होना, जी मिचलाना, उल्टी होना, गंभीर मामलों में नाक, मुंह, एवं मसूड़ों से खून आना या त्वचा पर चकते उभर आना डेंगू के लक्षण है। डेंगू एडीज एजेप्टाई मच्छर के काटने से होता है और मच्छर साफ पानी में पनपता है। डेंगू, चिकिनगुनिया और मलेरिया की रोकथाम हेतु अपनाए जाने वाले उपायों के तहत छत एवं घर के आसपास अनुपयोगी सामग्री में पानी जमा न होने दें। सप्ताह में एक बार अपने टंकी, डिब्बा, बाल्टी आदि का पानी खाली कर दें और अच्छी तरह से धोकर सुखाकर उपयोग में लाएं। सप्ताह में एक बार अपने कूलर का पानी साफ कर एवं सुखाकर पानी भरें। पानी के बर्तन टंकियों आदि को ढंककर रखें। हैण्डपम्प और पानी के स्त्रोतों के आसपास पानी एकत्रित होने न दें। पानी भरे रहने वाले स्थानों पर मिट्टी का तेल या जला हुआ आयल डालें। मच्छरों के बचाव के लिए फुल बांह के कपड़े पहनें। मच्छर को भगाने के लिए नीम का धुंआ करें एवं अन्य कीटनाशक का भी उपयोग कर सकते हैं। मच्छरों से होने वाले रोगों के बचाव के लिए सदैव मच्छरदानी का उपयोग करें एवं अपने घर के दरवाजे, खिड़कियों में मच्छररोधी जाली का उपयोग करें। बुखार आने पर शासकीय चिकित्सालयों में खून की जांच कराएं यह पूर्णत: नि:शुल्क है।