शनिवार को मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर छत्तीसगढ़ के 10 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश का अंदेशा जताया गया है। स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई है। बारिश अधिक होने की वजह से इन जिलों में जलभराव की समस्या भी हो सकता है। हालांकि, अलर्ट के मुताबिक तेज बारिश का रिस्क अगले 24 घंटों के लिए ही है। इसके बाद मौसम सामान्य हो सकता है। रायपुर, भिलाई के आसपास के इलाके में शनिवार दोपहर थोड़ी धूप खिली। हालांकि, एक दिन पहले शुक्रवार तक सावन की झड़ी जारी थी। प्रदेश में 1 जून से 31 जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक कोरबा जिले में सर्वाधिक 878.6 MM(35 इंच) बरसात हो चुकी है।
इन जिलों को लेकर चेतावनी
मौसम विभाग की तरफ से जारी की गई चेतावनी में लिखा गया है कि प्रदेश के कोरिया और सूरजपुर के साथ उससे लगे कुछ जिलों में भारी बारिश हो सकती है। सरगुजा, बलरामपुर, जशपुर, बिलासपुर और इन शहरों से लगे गांवों और जिलों में भी तेज बारिश हो सकती है।
इस वजह से बने बारिश के हालात
लालपुर मौसम केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभागों में झड़ी जारी रहेगी, हालांकि फुहारें रुक-रुककर पड़ने की संभावना है। इसकी वजह पश्चिम बंगाल में कम दबाव का क्षेत्र और ऊपरी हवा में चक्रवात है, जो ताकतवर होगा आगे बढ़ रहा है। इसके अलावा मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश की सीमा पर एक चक्रवात और सक्रिय है, तथा एक द्रोणिका भी है। इनके असर से प्रदेश में अगले दो दिन तक काफी नमी आएगी और बारिश की स्थिति बनी रहेगी।
बिलासपुर में चलानी पड़ रही नाव
बिलासपुर के मंगला स्थित सर्वमंगला कॉलोनी में तीन-चार दिन से हो रही बारिश की वजह से जल भराव हो चुका है। लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं। कुछ लोग मकान में पानी भरने के कारण यहां से बाहर चले गए हैं। आलम ये है कि जिस सड़क पर क्रिकेट खेला करते थे अब बच्चों ने उसी सड़क पर बोट तक उतार दी है। नांव चलाकर बच्चे बोटिंग का मजा ले रहे हैं। निगम दो डीजल पंप लगाकर पानी निकालने का प्रयास कर रहा है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि ये हालात दो बिल्डर्स की आपसी लड़ाई के कारण है। यहां ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं है।
छत्तीसगढ़ में बारिश अब तक
1 जून से 31 जुलाई तक की स्थिति में कोरबा जिले में सर्वाधिक 878.6 मिमी और बालोद जिले में सबसे कम 419 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है। प्रदेश के कुछ प्रमुख शहरों के आंकड़ों पर गौर करें तो सरगुजा में 461.9 मिमी, रायपुर में 507.4 मिमी, महासमुंद में 500.6 मिमी, धमतरी में 490 मिमी, बिलासपुर में 633.7 मिमी, रायगढ़ में 523.1 मिमी, जांजगीर चांपा में 626.1 मिमी, दुर्ग में 522.4 मिमी, कबीरधाम में 488.4 मिमी, राजनांदगांव में 437.5 मिमी, बस्तर में 439.4 मिमी, औसत वर्षा रिकार्ड की गई।