हरियाणा के 27 कांग्रेसी विधायकों से शनिवार को छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल मिलने पहुंचे। कांग्रेसी विधायकों को कड़ी सुरक्षा के बीच रिजॉर्ट में रखा गया है। रिजॉर्ट के बाहर और अंदर छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान तैनात हैं। बिना सीएम की आज्ञा के कोई अंदर नहीं आ सकता। रायुपर कांग्रेस के नेता भी उनसे नहीं मिल सकते।
केवल सीएम के आदेश पर ही उनसे कोई मुलाकात कर सकता है। हालांकि अभी तक विधायकों का दल रिजॉर्ट से बाहर नहीं निकला है। वहीं हरियाणा के कांग्रेसी विधायकों ने बताया कि हम सब मजे में हैं। सभी गुरुवार शाम करीब साढ़े 7 बजे पहुंच गए थे। इसके बाद शुक्रवार को सीएम मिलने पहुंचे।
एक दूसरे को जानने का मिल रहा मौका
हरियाणा के विधायक अपने मोबाइल पर समय व्यतीत करते हैं या फिर आपस में गप्पे मार कर समय व्यतीत कर रहे हैं। साथ ही राज्यसभा चुनाव पर चर्चा कर रहे हैं। कांग्रेसी विधायकों का कहना है कि सभी विधायकों को एक दूसरे को जानने का मौका मिला है। पहले एक साथ जब भी इकट्ठा होते थे या तो विधानसभा में या पार्टी की बैठकों में। परंतु बातें करने का इतना समय नहीं मिल पाता था। अब एक दूसरे को जानने का मौका मिल रहा है।
हरियाणा की दो सीटों पर तीन उम्मीदवार
हरियाणा की दो राज्यसभा सीटों पर तीन नामांकन दाखिल किए गए हैं। भाजपा के कृष्ण लाल पंवार और कांग्रेस के अजय माकन और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कार्तिकेय शर्मा चुनाव मैदान में उतरे। उन्हें जजपा के 10 विधायकों और निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन प्राप्त है। कार्तिकेय शर्मा पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं कांग्रेसी नेता कुलदीप शर्मा के दामाद हैं।
कुलदीप शर्मा की पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ दोस्ती जग जाहिर है। विनोद शर्मा भी हुड्डा के करीबी रहे हैं, परंतु कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का पद न मिलने से नाराज चल रहे हैं। इसलिए वे कांग्रेस से दूरी बनाए हुए है। किरण चौधरी की तबियत खराब हैं और चिरंजीव राव परिवार के साथ पहाड़ों में घूमने गए हैं।
पूर्व सीएम की प्रतिष्ठा बना चुनाव
राज्यसभा चुनाव में जीत पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है। इसलिए क्रॉस वोटिंग के भय से कांग्रेस के 27 विधायकों को रायपुर भेजा गया है। दीपेंद्र हुड्डा भी इनके साथ है, परंतु पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा नहीं गए। वोटिंग 10 जून को है। पहले उम्मीदवार को जीत के लिए 31 वोट चाहिए। दूसरी सीट के लिए 30 वोट। भाजपा के पास 40, जजपा के 10, कांग्रेस 31, इनेलो 1, हलोपा 1 और 7 निर्दलीय विधायक है।
अंतरात्मा की आवाज सुन डालूंगा वोट
विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में हरियाणा के विधायकों को अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट डालना चाहिए। अंतरात्मा की आवाज पार्टी से ऊपर होती है। मैं अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर ही वोट डालूंगा।