रेलवे ने अपने यात्रियों के लिए टिकट बुक करना अब और भी सुविधाजन कर दिया है। रेलवे ने खासतौर पर ग्रामीण इलाकों को ध्यान में रखकर ये फैसल लिया है।
रेलवे ने अपने यात्रियों के लिए टिकट बुक करना अब और भी सुविधाजन कर दिया है। रेलवे ने खासतौर पर ग्रामीण इलाकों को ध्यान में रखकर ये फैसल लिया है। दरअसल, भारतीय रेलवे ने अब देशभर में 45,000 डाकघरों में टिकट बुकिंग की व्यवस्था की है। पिछले दिनों खजुराहो में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी घोषणा की थी। रेलमंत्री ने यह भी बताया था कि अब रेल टिकट लेने में भी परेशानी नहीं होगी। रेलवे ने अब 45,000 डाकघरों में टिकटिंग की व्यवस्था की है। यानी यात्री अब बिना किसी परेशानी के पोस्ट ऑफिस से टिकट ले सकते हैं।
गौरतलब है कि स्टेशन से दूर दराज में रहने वाले लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डाक घरों में रेल आरक्षण कराने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है ताकि रेल रिजर्वेशन के लिए लोगों को भटकना न पड़े। इन डाक घरों में रेल आरक्षण बुकिंग का कार्य डाक घर के प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। रेलवे द्वारा नेटवर्क कनेक्टिविटी के साथ हार्डवेयर उपलब्ध कराया गया है। इस योजना से शहर ही नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को आस-पास के डाकघरों से अपनी ट्रेनों के लिए रिजर्वेशन कराने की सुविधा मिलेगी। रेलवे ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वर्तमान में रेलवे द्वारा डाक घरों में प्रदत्त कराई गई रेल आरक्षण बुकिंग की सुविधा का लाभ उठाएं।
हाल ही में दी है ई-टिकटिंग की नई सुविधा
हालांकी इससे पहले भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए उन्हें वेटिंग और लम्बी कतारों से मुक्ति देते हुए ई-टिकटिग की नई सुविधा भी शुरू की है। इसके तहत रेल यात्री अब यात्रा टिकट, प्लेटफॉर्म टिकट और मंथली पास के नवीकरण के लिए ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन पर पेटीएम, फोनपे, फ्रीचार्ज जैसे यूपीआई बेस्ड मोबाइल ऐप से क्यूआर कोड स्कैन कर डिजीटल पेमेंट कर सकेंगे। इस सुविधा में यात्री ऑटोमेटिक टिकट वेंडिग मशीन से मिलने वाली सुविधाओं के लिए डिजिटिल ट्रांजेक्शन से भी भुगतान कर सकेंगे। यात्री इसके जरिये एटीवीएम स्मार्ट कार्ड को भी रिचार्ज करा सकते हैं। क्यूआर कोड को स्कैन कर यात्री फोन के माध्यम से डिजिटल भुगतान कर टिकट ले सकते हैं।