प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्षी कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जो लोग लंबे समय तक देश की सत्ता में रहे, उन्होंने कभी आदिवासी इलाकों के विकास में रुचि नहीं दिखाई क्योंकि इसके लिए कठिन परिश्रम की जरूरत होती है. पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने विकास कार्यों की शुरुआत वोट हासिल करने या चुनाव जीतने के लिए नहीं की है, बल्कि वह लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार चाहते हैं. नवसारी जिले के अदिवासी बहुल इलाके खुदवेल में 3,050 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम के बाद ‘गुजरात गौरव अभियान रैली’ को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘जिन्होंने लंबे समय तक देश पर शासन किया, उन्होंने कभी आदिवासी इलाकों के विकास में रुचि नहीं ली क्योंकि इसके लिए कठिन परिश्रम की जरूरत होती है.’’
उन्होंने कहा कि पहले टीकाकरण जैसे अभियानों के वन क्षेत्रों में, जहां आदिवासी रहते हैं, पहुंचने में महीनों लग जाते थे. लेकिन अब उनके इलाकों में भी शहरी इलाकों के साथ-साथ ये लागू होते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि क्या उन्हें कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीके की खुराक मुफ्त में मिली है या नहीं? इस पर लोगों ने ‘हां’ में जवाब दिया. पीएम मोदी ने कहा कि गत दो दशक में गुजरात का तेजी से हुआ विकास राज्य के लिए गर्व की बात है. नवसारी में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज गुजरात गौरव अभियान में मुझे एक बात का विशेष गौरव हो रहा है. गौरव इस बात पर हो रहा है कि मैंने इतने साल मुख्यमंत्री के रूप में काम किया. लेकिन कभी भी आदिवासी क्षेत्र में इतना बड़ा कार्यक्रम नहीं हुआ था.
मोदी ने कहा कि आज मुझे गौरव इस बात का हो रहा है कि गुजरात छोड़ने के बाद जिन जिन लोगों ने गुजरात को संभालने का दायित्व निभाया और आज भूपेंद्र भाई और सी.आर पाटिल की जोड़ी जिस उमंग और उत्साह के साथ नया विश्वास जगा रही है, उसी का परिणाम है कि आज मेरे सामने 5 लाख लोगों का विशाल जनसमूह है.
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात का गौरव बीते 2 दशकों में हुआ तेज़ विकास है, सबका विकास है और इस विकास से पैदा हुई नई आकांक्षा है. इसी गौरवशाली परंपरा को डबल इंजन की सरकार ईमानदारी से आगे बढ़ा रही है. पीएम मोदी ने कहा कि बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और हर प्रकार की कनेक्टिविटी के ये प्रोजेक्ट, वो भी विशेष रूप से हमारे आदिवासी क्षेत्रों में हो. तब तो ये सुविधाएं रोजगार के अवसरों से जोड़ेंगी. 8 साल पहले आपने अनेक-अनेक आशीर्वाद देकर, बहुत सारी उम्मीदों के साथ मुझे राष्ट्र सेवा की अपनी भूमिका को विस्तार देने के लिए दिल्ली भेजा था.