आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और समूह की महिलाओं को 40 साल की उम्र होने पर महीने में दो सौ रुपये बचाने होंगे
भोपाल(राज्य ब्यूरो)। बुढ़ापे में जीवन यापन के लिए पेंशन की चाहत रखने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और स्व-सहायता समूहों की महिलाएं अब हर दिन दो रुपये बचाएंगी। जबकि 40 साल से अधिक उम्र की कार्यकर्ताओं को हर माह दो सौ रुपये बचाने होंगे। यह राशि ‘प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन” पेंशन योजना में जमा कराई जाएगी। जिससे उन्हें वृद्ध होने पर पेंशन मिल सकेगी। महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को दो रुपये रोज बचाने के लिए प्रोत्साहित करने का जिम्मा मैदानी अधिकारियों को सौंपा है। वहीं श्रम विभाग ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं में भी बचत की आदत डालने को कहा है।
प्रदेश में 97 हजार 135 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें इतनी ही कार्यकर्ता और सहायिका कार्यरत हैं। वहीं तीन लाख 40 हजार 949 स्व-सहायता समूहों में 39 लाख आठ हजार महिला सदस्य हैं। इन सभी को पेंशन योजना से जोड़ने के प्रयास शुरू हो गए हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग की पिछले माह हुई वीडियो कान्फ्रेंसिंग में श्रम विभाग के प्रमुख सचिव सचिन सिन्हा और उप श्रम आयुक्त एसएस दीक्षित ने मैदानी अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है कि वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और समूह की सदस्य महिलाओं को योजना के बारे में विस्तार से बताएं और उन्हें बचत कर योजना में राशि जमा करने के लिए प्रेरित करें। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक में लोक सेवा केंद्र के अधिकारियों को बुलाकर भी जानकारी दी जा सकती है। यह काम 15 अगस्त तक पूरा करना है।
बैंक खाते से कटवानी पड़ेगी राशि
योजना के लिए प्रत्येक सदस्य को नामांकन कराना होगा। इसके लिए पंजीयन कराना पड़ेगा, जो आनलाइन भी किया जा सकेगा। पंजीयन के समय आधार कार्ड, बचत या जन धन बैंक खाते की पासबुक, मोबाइल नंबर और बैंक से प्रतिदिन दो रुपये के हिसाब से हर माह राशि काटने के लिए सहमति पत्र भी देना होगा। फिर बैंक तय समय पर
तीन हजार रुपये महीना मिलेगी पेंशन
योजना के तहत 18 साल की उम्र से रोज दो रुपये और 40 साल की उम्र होने पर हर माह दो सौ रुपये की बचत कर राशि जमा कराई जाती है, तो 60 साल बाद तीन हजार रुपये महीना पेंशन मिल सकेगी।